Move to Jagran APP

मन के दास नहीं, स्वामी बनें : डा. राजेंद्र मुनि

एसएस जैन स्थानक अग्र नगर के तत्वाधान में श्रमण संघीय प्रवर्तक डा. राजेंद्र मुनि ने दुख का मूल कारण इंद्रियों व मन को वश में न रखना बनाया।

By JagranEdited By: Published: Sun, 17 Jan 2021 06:07 PM (IST)Updated: Sun, 17 Jan 2021 06:07 PM (IST)
मन के दास नहीं, स्वामी बनें : डा. राजेंद्र मुनि
मन के दास नहीं, स्वामी बनें : डा. राजेंद्र मुनि

संस, लुधियाना : एसएस जैन स्थानक अग्र नगर के तत्वाधान में श्रमण संघीय प्रवर्तक डा. राजेंद्र मुनि ने दुख का मूल कारण इंद्रियों व मन को वश में न रखना बनाया।

loksabha election banner

उन्होंने कहा कि इनको मानव अपने वश में रख ले तो वह संसार में कभी दुखी नहीं हो सकता। हमारा मन हमारे को गुलाम बना देता है। हम उसके अधीन बनकर जीवन भर तनाव में रहते है। आवश्यकता है मन के दास न बनकर स्वामी बन कर जीने की। प्राय: इंसान गलत सुनना, देखना सूंघना, खाना व शरीर का गलत उपयोग करना ही अपनी जीवन चर्चा मानने लगा है। इन्हीं से अनेकानेक रोग व संघर्ष पनपने लगते है। अगर इन का सही उपयोग करना सीख जाए तो नर सदा सुखी बन जाता है। हमारे महापुरुषों ने इनको जीतकर संसार को जीत लिया। इसके विपरीत सिकंदर जैसा राजा दुनियां को जीतकर भी हार गया।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.