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सावन के चौथे सोमवार को शिवलिंग का किया रुद्राभिषेक

श्रावण माह के चौथे सोमवार को शहर के विभिन्न मंदिरों में शिव भक्तों ने शिव मंदिरों में जाकर शिवलिंग पर जलाभिषेक दूध बेलपत्री धूतरा आदि चढ़ाया।

By JagranEdited By: Published: Tue, 28 Jul 2020 04:35 AM (IST)Updated: Tue, 28 Jul 2020 04:35 AM (IST)
सावन के चौथे सोमवार को शिवलिंग का किया रुद्राभिषेक
सावन के चौथे सोमवार को शिवलिंग का किया रुद्राभिषेक

संस, लुधियाना : श्रावण माह के चौथे सोमवार को शहर के विभिन्न मंदिरों में शिव भक्तों ने शिव मंदिरों में जाकर शिवलिंग पर जलाभिषेक, दूध, बेलपत्री, धूतरा आदि चढ़ाया।

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इसी क्रम में शहर का सबसे प्राचीनतम मंदिर संगला वाला शिवाला में सुबह से भक्तों ने हाजिरी लगा, प्रभु की आराधना की। सर्वप्रथम महंत दिनेश पुरी ने भगवान भोले की पूजा व महाआरती की।

भारत धर्म प्रचारक मंडल द्वारा दंडी स्वामी निगम बोध तीर्थ महाराज की अध्यक्षता में प्रतिदिन 51 विद्वान ब्राह्मणों मंत्रोउच्चारण के साथ भगवान भोलेनाथ का रुद्राभिषेक किया जा रहा है। स्वामी निगम बोध तीर्थ ने कहा कि श्रावण माह में जो भी भक्त भगवान शिव की पूजा सच्चे मन से करता है, उसके सभी कष्टों का निवारण है। इसी तरह कृष्णा मंदिर मॉडल टाउन एक्सटेंशन, तपोवन आश्रम, सिद्धपीठ दंडी स्वामी मंदिर, श्री दुर्गा माता मंदिर जगराओ पुल, शिव मंदिर दरेसी, टूटिया वाला शिव मंदिर, साधु आश्रम आदि में शिव भक्तों ने बेलपत्र, जल और दूध के साथ शिवलिंग का जलाभिषेक किया।

न्यू शास्त्री नगर गली नं 8 स्थित श्री विश्वनाथ महादेव मंदिर में सेवक मंडल की ओर से स्वामी दिनेश शर्मा की अध्यक्षता में भगवान भोलेनाथ का महारुद्राभिषेक किया गया। इस अवसर पर पंडित सुनील शास्त्री की ओर से मंत्रोच्चारण के साथ भगवान भोलेनाथ का पूजन किया गया। सेवक मंडल के सदस्यों की ओर से भगवान शंकर का दूध, दही, घी, शहद, गंगाजल, शक्कर और गन्ने के रस से अभिषेक कराया। इस दौरान सेवक मंडल के सदस्यों ने कमल के फूल, बेल पत्री आदि से शिवलिग पर श्रृंगार किया। रुद्राभिषेक के दौरान सेवक मंडल के सदस्यों ने भोलेनाथ के जयघोष करके सारा वातावरण भक्तिमय कर दिया। इस अवसर पर मंडल प्रधान कीमती लाल जैन ने कहा कि श्रावण मास में भगवान भोलेनाथ का रुद्राभिषेक करने से जहां पूरे वर्ष का फल प्राप्त होता है। वहीं भगवान शिव की असीम कृपा से जीवन में आ रही कठिनाइयों का दौर भी समाप्त होता है। उन्होंने कहा कि भगवान भोलेनाथ एक शुद्ध जल लौटे से प्रसन्न होने वाले देवता है। मौके पर पतंजलि शर्मा, सुधीर शर्मा, सुशील जैन बिट्टू, दीपक अरोड़ा, दीपक गुप्ता, रघुबीर राणा, रणबीर सिंह राणा उपस्थित थे।

जन्माष्टमी मनाने के लिए मंदिर बंद करने का समय बढ़ाने की मांग संस, लुधियाना : श्री कृष्ण जन्माष्टमी के उपलक्ष्य में श्री सनातन धर्म महोत्सव कमेटी के चेयरमैन मदन लाल चोपड़ा व प्रधान कुलभूषण मलिक की अगुवाई में शिष्टमंडल एडीसी संदीप कुमार से मिला। मांग पत्र सौंपते हुए चोपड़ा व मलिक ने कहा कि 12 अगस्त को जन्माष्टमी है। मंदिरों के बंद होने का समय रात्रि आठ बजे है, परंतु भगवान श्री कृष्ण का जन्म उत्सव रात्रि 12 बजे है। इसके बाद आरती होती है, लगभग एक बज जाता है। इसलिए जन्माष्टमी मनाने के लिए सभी मंदिरों को देर रात तक खोलने की इजाजत दी जाए। मौके पर कमल बस्सी, दिनेश मरवाहा, अश्वनी चोपड़ा मौजूद थे।


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