हवालाती भिड़े, कहा-जेल में सरेआम मिलता है मोबाइल और नशा
सेंट्रल जेल में सरेआम मोबाइल और नशा मिलता है, इसके लिए अधिकारियों से वाकिफ और पैसा होना जरूरी है।
जागरण संवाददाता, लुधियाना : सेंट्रल जेल में सरेआम मोबाइल और नशा मिलता है, इसके लिए अधिकारियों से वाकिफ और पैसा होना जरूरी है। अगर ये दोनों हैं तो जेल में यह मिलना आसान है। यह खुलासा जेल से सिविल अस्पताल में आए बंदियों ने किया है।
सेंट्रल जेल में शुक्रवार की सुबह रंजिश के चलते दो हवालाती आपस में भिड़ गए। उन्होंने एक दूसरे पर सरिए व तीखे चम्मच से वार करने शुरू कर दिए। जेल के अंदर मौजूद गार्ड ने किसी तरह मामला शात करवा कर दोनों को उपचार के लिए सिविल अस्पताल पहुंचाया। घायल बलवीर कुमार (25) के अनुसार जेल में मोबाइल का इस्तेमाल आम बात है। उसने भी मोबाइल इस्तेमाल करने वाले कुछ व्यक्तियों को पांच हजार रुपये दिया था, ताकि उसे भी मोबाइल मिल सके। उक्त लोगों ने उससे पैसे भी ले लिए, मगर मोबाइल नहीं दिया और उससे डराकर पैसे लेते रहे। जब उसने इसका विरोध किया तो आज उस पर हमला कर घायल कर दिया।
इसी दौरान झगड़े में घायल सुखचैन सिंह (27) ने बताया कि जेल में पैसे नहीं देने के कारण उनका झगड़ा हुआ था। बलवीर के खिलाफ थाना एसबीएस नगर में धोखाधड़ी का मामला दर्ज है। सुखचैन के खिलाफ थाना डिवीजन नंबर 6 में छीना झपटी व लूटपाट का केस दर्ज हुआ था। दोनों कुछ महीनों से जेल में हवालाती थे। उन्होंने बताया कि दोनों पहले तो एक साथ जेल में रहा करते थे। झगड़े के दौरान बलवीर के सर पर करीब छह सात टाके लगे हैं। सुखचैन की पीठ पर 20 से 22 टाके आए हैं।
दूसरी ओर जेलर शमशेर सिंह का कहना है कि दोनों ही पक्ष एक दूसरे के खिलाफ कार्रवाई नहीं करवा रहे हैं। मोबाइल इस्तेमाल और नशे के आरोप झूठे हैं।