Punjab Congress Politics: नवजाेत सिद्धू की कार में कैबिनेट मंत्री आशु, लुधियाना में बदलने लगे सियासी समीकरण
Punjab Congress Politics शुक्रवार को चंडीगढ़ में सिद्धू की ताजपोशी से पहले बदल रहे सियासी समीकरणों के संकेत जरूर मिले हैं। जब सिद्धू पंजाब भवन से निकले तो उन्होंने मंत्री भारत भूषण आशु को जफ्फी डालकर अपनी कार में बिठा लिया।
लुधियाना, [भूपेंदर सिंह भाटिया]। Punjab Congress Politics: पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी (पीपीसीसी) के प्रधान को लेकर पिछले कई दिन से चल रही ऊहापोह की स्थिति के बीच लुधियाना के कांग्रेस नेता नए प्रदेश प्रधान से दूर ही रहे हैं। स्थानीय मंत्री से लेकर विधायक तक मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और नए प्रदेश प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू के बीच चल रही खींचतान में कुछ नहीं बोले हैं। सिद्धू सूबे के सभी विधायकों और मंत्रियों से मिलने उनके घर जाकर मिल रहे थे लेकिन वे लुधियाना नहीं आए थे।
हालांकि शुक्रवार को चंडीगढ़ में सिद्धू की ताजपोशी से पहले बदल रहे सियासी समीकरणों के संकेत जरूर मिले हैं। जब सिद्धू पंजाब भवन से निकले तो उन्होंने मंत्री भारत भूषण आशु को जफ्फी डालकर अपनी कार में बिठा लिया। सिद्धू लुधियाना मंत्री आशु के निवास पर तो नहीं आए लेकिन उन्होंने यह संकेत दिया कि आशु के साथ उनका कोई गिला शिकवा नहीं है। कांग्रेस के प्रदेश प्रधान के रूप में ताजपोशी के बाद सिद्धू पहले ही दिन लुधियाना पहुंचे और डीएमसी अस्पताल में मोगा में सड़क हादसे में घायल हुए कांग्रेस वर्करों से मिले। उनके साथ समर्थक तो बड़ी संख्या में थे लेकिन कांग्रेस के स्थानीय नेता नहीं दिखे।
हालांकि जिला कांग्रेस प्रधान अश्वनी शर्मा ने कहा कि प्रदेश प्रधान का कार्यक्रम अचानक बना है। विधायकों सहित तमाम कांग्रेस नेता चंडीगढ़ में हैं इसलिए वह उनके साथ नहीं दिख रहे हैं। ताजपोशी के तुरंत बाद सिद्धू जीरा के लिए निकले थे ताकि पीड़ित परिवारों से मिल सकें। इस दौरान मंत्री आशु ने उन्हें कुछ देर लुधियाना में रुकने के लिए कहा था। उन्हें बताया गया कि एक गंभीर घायल डीएमसीएच में भर्ती है।
सिद्धू ने डाक्टरों से कहा, घायल का रखें विशेष ध्यान
सिद्धू ने डीएमसी अस्पताल पहुंचकर घायल रछपाल सिंह का हालचाल पूछा और डाक्टरों से उसका विशेष ध्यान रखने के लिए कहा। डाक्टरों ने बताया कि घायल के सिर में चोट आई है। सिद्धू ने परिवार को हर तरह की मदद का भरोसा दिया और 15 मिनट बाद वहां से जीरा के लिए निकल गए। उनके साथ कैबिनेट मंत्री तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा, सुखजिंदर सिंह रंधावा, सुखबिंदर सिंह सरकारिया, विधायक कुलबीर सिंह जीरा, विधायक वरिंदरमीत सिंह, इंदरबीर सिंह बुलारिया और दविंदर सिंह घुबाया थे।