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रात में महिलाओं को सुरक्षित घर पहुंचाएगी पुलिस, जरूरत के समय डायल करें यह नंबर

अगर महिलाएं रात के समय सड़क पर अकेली हैं और घर जाने के लिए ऑटो या कैब में जाने से असहज महसूस कर रही हैैं तो पुलिस मदद करेगी। हेल्पलाइन पर कॉल कर तुरंत मदद मिलेगी।

By Sat PaulEdited By: Published: Mon, 02 Dec 2019 10:21 AM (IST)Updated: Tue, 03 Dec 2019 08:03 AM (IST)
रात में महिलाओं को सुरक्षित घर पहुंचाएगी पुलिस, जरूरत के समय डायल करें यह नंबर
रात में महिलाओं को सुरक्षित घर पहुंचाएगी पुलिस, जरूरत के समय डायल करें यह नंबर

लुधियाना, [दिलबाग दानिश]। पहले निर्भया और अब हैदराबाद में डॉक्टर से दुष्कर्म के बाद जिंदा जला देने से पूरा देश सन्न है। महिलाओं की सुरक्षा को देखते हुए लुधियाना शहर में पुलिस ने दो नई पहल की हैं। चंडीगढ़ की तर्ज पर अब शहर में रात के समय जरूरतमंद महिलाओं को उनके गंतव्य तक पहुंचाने में पुलिस मदद करेगी। इसके लिए सिर्फ महिला को हेल्पलाइन नंबर डायल करना होगा। दूसरी तरफ पुलिस की ओर सांझ शक्ति टीम का गठन किया गया है, जिसमें पांच महिला कर्मियों की ओर से शिक्षण व व्यवसायिक संस्थानों में युवतियों और महिलाओं को आत्मरक्षा के गुर सिखाए जा रहे हैं।

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ऑटो या कैब में घर जाने में असहज हों तो मांगे पुलिस से मदद

अगर महिलाएं रात के समय सड़क पर अकेली हैं और घर जाने के लिए ऑटो या कैब में जाने से असहज महसूस कर रही हैैं तो पुलिस उनकी मदद करेगी। ऐसी स्थिति में वह हेल्पलाइन नंबर 1091 या फिर 78370-18555 पर कॉल कर पुलिस की मदद ले सकती हैं। कंट्रोल रूम से महिलाओं की लोकेशन पूछने के बाद पुलिस मदद के लिए हाथ बढ़ाएगी। नजदीकी महिला पीसीआर दस्ता, कंट्रोल रूम की गाड़ी या फिर पुलिस स्टेशन से ड्यूटी अफसर की गाड़ी महिलाओं के पास पहुंचेगी और उन्हें उनके घर पर छोड़कर आएगी।

रात दस से सुबह छह बजे के बीच मिलेगी मदद

चंडीगढ़ के बाद अब लुधियाना पुलिस ने यह सुविधा देने की पहल की है। रात 10 बजे से सुबह छह बजे तक पुलिस महिलाओं की सहायता के लिए काम करेगी। इस योजना को सिरे चढ़ाने के लिए कुछेक एक्टिवा के साथ महिला पुलिस कर्मियों को मैदान में उतार दिया गया है। यह महिला पुलिस कर्मी दिन और रात के समय सहायता के लिए उपलब्ध होंगी।

घरेलू हिंसा को लेकर भी करें शिकायत

यही नहीं अगर महिलाएं घरेलू हिंसा, शिक्षण संस्थान या व्यवसायिक स्थल पर हिंसा का शिकार हों, किसी पुरुष द्वारा परेशान की जा रही हों तो भी इन्हीं हेल्पलाइन नंबरों पर मदद हासिल कर सकती है। यही नहीं शहर किसी भी थाना के अधीन आने वाले क्षेत्र की महिलाएं शहर के लाडोवाल, जोधेवाल, सराभा नगर और डिवीजन नंबर पांच की महिला एसएचओ के अलावा महिला एसीपी को सीधे तौर मिलकर अपनी समस्या बता कर मदद हासिल कर सकती हैं। कॉलेज और स्कूलों के बाहर छात्राओं को परेशान करने वाले युवकों के खिलाफ भी पुलिस ने अभियान शुरू किया हुआ है और इसका काफी असर भी दिखा है।

आत्मरक्षा के लिए महिलाओं को गुर सिखा रहीं जांबाज बेटियां

महिलाओं के साथ किसी भी प्रकार के अत्याचार या अपहरण की कोशिश हो तो उससे बचने के लिए महिला पुलिस द्वारा गुर सिखाए जा रहे हैं। पुलिस सांझ केंद्रों में तैनात महिला कर्मियों की सांझ शक्ति टीम शैक्षणिक और व्यवसायिक संस्थानों में युवतियों व महिलाओं को आत्मरक्षा के लिए मार्शल आर्ट सिखा रही हैं। इस काम के लिए पांच महिला कर्मियों को मार्शल आर्ट की ट्रेनिंग दी गई हैं। पहले फेज में स्कूलों में छात्राओं के सेमिनार लगाए जा रहे हैं। वहां छात्राओं को अच्छे और बुरे व्यवहार के बारे में बताते हुए जरूरत पडऩे पर अपना बचाव करने की जानकारी दी जा रही है।

अध्यापकों, छात्राओं के मोबाइल में इंस्टाल करवाया जा रहा शक्ति एप

पुलिस ने महिलाओं की सुरक्षा के लिए शक्ति एप लांच किया हुआ है। स्कूलों में सेमिनार के दौरान महिला अध्यापकों और छात्राओं के मोबाइल में शक्ति एप भी डाउनलोड करवाया जा रहा है। इस एप के जरिये दस मोबाइल नंबर एड किए जा सकते हैं। जरूरत पडऩे पर एक मैसेज इन सभी नंबरों पर चला जाएगा। इसके अलावा महिलाएं इस एप के माध्यम से उस जगह की फोटो और जानकारी भी एड कर सकती हैं जहां सबसे ज्यादा छेड़छाड़ या लूट की घटनाएं हो रही हैं जिससे पुलिस उस क्षेत्र में गश्त या नाकाबंदी बढ़ा सके।

तीन महीने में 2028 महिलाओं ने इंस्टाल किया एप

शहर में पिछले तीन महीने में 2028 महिलाएं इस एप को अपने मोबाइल में इंस्टाल कर चुकी हैं। एडीसीपी हेडक्वार्टर दीपक पारीक ने कहा कि महिला पुलिस कर्मचारियों को विशेष तौर पर ट्रेनिंग दी गई है। छात्राओं को बताया जा रहा है कि अगर उनके साथ कोई गलत हरकत करता है तो उसकी शिकायत तुरंत पुलिस कंट्रोल रूम या फिर पुलिस थाने में करें। उन्हें तुरंत सहायता मिलेगी। ऐसे मामलों में उनकी पहचान भी उजागर नहीं की जाएगी और छेड़छाड़ करने वाले के खिलाफ कार्रवाई भी होगी।

पुलिस सुरक्षा के संजीदा, हर तरह से करेगी मदद: सीपी

लुधियाना के पुलिस कमिश्नर राकेश अग्रवाल का कहना है कि शैक्षणिक और व्यावसायिक संस्थानों के साथ-साथ सड़क पर महिलाओं से छेड़छाड़ और झपटमारी के केस बढ़ रहे हैं। महिलाओं को निशाना बनाया जा रहा है। इसी कारण यह पहल की गई है ताकि महिलाएं कहीं भी असुरक्षित महसूस न करें। पुलिस छात्राओं सहित महिलाओं की सुरक्षा के लिए बेहद संजीदा है और उन्हें हर तरह से मदद दी जाएगी।

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