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जिला परिषद की इमारत में शिफ्ट होगा वूमेन सेल, बनेगी नई इमारत

कबाड़ का गोदाम बने थाना वूमेन सेल को जल्द जिला परिषद की इमारत में शिफ्ट किया जा रहा है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 04 Feb 2020 05:35 AM (IST)Updated: Tue, 04 Feb 2020 06:11 AM (IST)
जिला परिषद की इमारत में शिफ्ट होगा वूमेन सेल, बनेगी नई इमारत
जिला परिषद की इमारत में शिफ्ट होगा वूमेन सेल, बनेगी नई इमारत

दिलबाग दानिश, लुधियाना

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कबाड़ का गोदाम बने थाना वूमेन सेल को जल्द जिला परिषद की इमारत में शिफ्ट किया जा रहा है। इसकी जगह नए थाने की इमारत बनेगी। पुलिस ने जिला परिषद की खाली इमारत की दो मंजिलों को किराये पर लिया है। पुरानी इमारत को तोड़कर यहां पर नया थाना बनाया जाना है। पुलिस ने जिला परिषद के साथ लगभग कागजी कार्रवाई पूरी कर ली है और अब यहां से केस प्रॉपर्टी के सामान के साथ-साथ पूरा सामान हटाया जाना है। इसके लिए भी प्रयास शुरू हो गए हैं। 2004 में रिहायशी क्षेत्र में बनाया गया था सेल

16 अप्रैल 2004 को पुरानी रिहायशी कोठी में वूमेन पुलिस स्टेशन और क्राइम अगेंस्ट वूमेन एवं चिल्ड्रन सेंटर को बनाया गया था। यहां पर छोटे-छोटे कमरों में एसीपी, थाना प्रभारी और दूसरे जांच अधिकारी बैठते हैं। पुराने थाने में कोई वेटिग रूम नहीं होने के कारण लोग इधर-उधर बैठे रहते हैं। यहां पर केस प्रॉपर्टी से संबंधित दहेज का सामान भी खुले में ही पड़ा हुआ है। यहां पर बेड, अलमारियां, सोफे और कारें तक पूरी तरह से कबाड़ हो चुकी हैं। इसलिए यह थाना कम और कबाड़ का केंद्र ज्यादा लगता है। यही नहीं इमारत इतनी पुरानी है कि कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। पुरानी कचहरी के पास शिफ्ट होगा थाना

पुलिस ने पुरानी कचहरी के पास जिला परिषद की खाली पड़ी तीन मंजिला इमारत की दो मंजिलें किराये पर ली हैं। इससे पहले यहां पर ग्राउंड फलौर पर दफ्तर डायरेक्टोरेट ऑफ पंजाब स्टेट लॉटरीज का कार्यालय चल रहा है। अब दूसरी तरफ तीसरी मंजिल पर पुलिस थाने को शिफ्ट किया जाएगा। नई इमारत में होंगे वेटिग रूम और मीटिग हॉल

सरकार इसी जगह पर भव्य मॉडर्न इमारत बनाने जा रही है। इसमें एडीसीपी, एसीपी और एसएचओ के कमरे के साथ-साथ मीटिग रूम व वेटिग रूम भी बनाए जाने हैं। यहां पर काउंसलिग सेंटर भी होंगे। दरअसल यहां पर घरेलू हिसा की शिकायतें आती हैं और कुछ काउंसलर्स के साथ मिलकर उन्हें समझाने का प्रयास किया जाता है ताकि उनमें समझौते से मामले का हल हो सके। इसके लिए अलग-अलग कमरे भी होंगे। यही नहीं पार्टियों के साथ आने वाले बच्चों के लिए भी अलग से कमरे बनाए जाएंगे। यहां पर उनके खेलने के लिए सामान भी रखा जाएगा।


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