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CGST की शिकायत पर चार नामजद व 70 अज्ञात पर केस, थाने में घुस व्यापारियों ने पुलिस को दिया अल्टीमेटम

इससे पहले सीजीएसटी अधिकारी खुद थाना प्रभारी के समक्ष मानकर गए थे कि उनके साथ कोई जोर जबरदस्ती नहीं हुई। उनके साथ हुई धक्केशाही संबंधी पुलिस कार्रवाई नहीं कर रही है।

By Vikas KumarEdited By: Published: Sat, 18 Jan 2020 10:12 AM (IST)Updated: Sat, 18 Jan 2020 06:01 PM (IST)
CGST की शिकायत पर चार नामजद व 70 अज्ञात पर केस, थाने में घुस व्यापारियों ने पुलिस को दिया अल्टीमेटम
CGST की शिकायत पर चार नामजद व 70 अज्ञात पर केस, थाने में घुस व्यापारियों ने पुलिस को दिया अल्टीमेटम

लुधियाना, जेएनएन। बाजवा नगर की होजरी यूनिट में सर्च के दौरान सीजीएसटी की टीम और व्यापारियों के बीच हुआ विवाद अब गर्मा गया है। थाना डिवीजन चार पुलिस ने जैसे ही सीजीएसटी के इंस्पेक्टर अनिल कुमार डोगरा की शिकायत पर चार लोगों को नामजद व 50 से 70 अज्ञात लोगों पर मामला दर्ज किया तो व्यापारियों का गुस्सा फूट पड़ा और उन्होंने थाने के अंदर जाकर नारेबाजी की। इस दौरान सीजीएसटी के अधिकारियों पर भी मामला दर्ज करने की मांग की गई। आक्रोशित व्यापारियों ने पुलिस को अल्टीमेटम दिया कि अगर मांगें न मानी गई तो आने वाले दिनों में शहर के बाजारों को बंद कर धरना प्रदर्शन दिया जाएगा।

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शिअद नेता गुरदीप गोशा और बिजनेस बचाओ संघ के विनोद जैन के अनुसार वह वीरवार को थाने में इकट्ठे हुए थे और उन्हें शुक्रवार को फिर से बुलाया गया था, ताकि बातचीत हो सके, लेकिन पुलिस ने उन्हें बिना जानकारी दिए आपराधिक मामला दर्ज कर लिया। धाराएं भी वह लगाई गईं जो वहां पर हुआ ही नहीं। इससे पहले सीजीएसटी अधिकारी खुद थाना प्रभारी के समक्ष मानकर गए थे कि उनके साथ कोई जोर जबरदस्ती नहीं हुई। उनके साथ हुई धक्केशाही संबंधी पुलिस कार्रवाई नहीं कर रही है। उनकी यूनिट से पैसे ले जाने पर पुलिस ने कार्रवाई नहीं की है, अगर पुलिस का रवैया ऐसा ही रहा तो वह आने वाले दिनों में पुलिस के खिलाफ बाजार बंद रख प्रदर्शन करेंगे। व्यापारियों की ओर से थाने में पहुंचे एसीपी वरियाम ङ्क्षसह को लिखित शिकायत दी है और मामला दर्ज करने की मांग की है।

बिना जीएसटी दिए काफी सामान जुटाया गया था : सीजीएसटी इंस्पेक्टर

सीजीएसटी के इंस्पेक्टर अनिल कुमार ने बताया कि ज्वाइंट कमिश्नर की तरफ से 15 जनवरी को जारी किए गए सर्च वारंट के आधार पर पुराना बाजार स्थित एसके दीपक निटवियर में जांच करने गए थे। वहां हमें बहुत सी कच्ची पर्चियां और व्यापारियों से लेन देन की लेजर मिली थीं। जांचने के बाद पता चला कि बिना जीएसटी दिए यहां पर काफी सामान रखा गया है। कार्रवाई करते हुए उनकी ओर से वहां से कुछ रिकार्ड जब्त करने के साथ-साथ यूनिट के मालिक के बयान भी दर्ज किए गए थे, जिसमें उन्होंने मौके पर जीएसटी भरने की बात कही थी। मगर कुछ ही समय के बाद उनका सीए और एक अन्य व्यापार मंडल नेता मिस्टर जैन वहां आए, जिन्होंने आते ही यूनिट का शटर बंद कर दिया और उनके स्टाफ को धमकाना शुरू कर दिया। यही नहीं उनसे रिकार्ड छीन लिया गया। दर्ज किए गए बयान और सर्च वारंट भी अपने साथ ले गए, जिसके बाद उन्हें बाहर निकाला गया। वहां 70 से 80 लोग पहुंचे थे और वह सरकार और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे। इससे उनके काम में बाधा भी डाली गई और उन्हें धमकियां भी दी गई।

सीजीएसटी की टीम बोली

- यूनिट में बहुत सी कच्ची पर्चियां और व्यापारियों से लेन देन की लेजर मिलीं

- यूनिट के सीए और एक व्यापार मंडल के नेता ने शटर बंद कर धमकाया

- रिकार्ड व सर्च वारंट छीन फैक्ट्री के बाहर निकाल दिया, धमकियां भी दी

सीजीएसटी की टीम ने कहा कि यह तो हमारी रिश्वत है : यूनिट मालिक

एसके दीपक निटवियर के मालिक नवीन जैन ने पुलिस को शिकायत दी है कि 15 जनवरी की दोपहर एक बजे कुछ अधिकारी उनकी यूनिट में पहुंचे थे। वह खुद को सीजीएसटी का अधिकारी बता रहे थे। उन्होंने अधिकारियों से उनके पहचान पत्र मांगे तो दिखाने से मना कर दिया। इसके बाद जब उनसे सर्च वारंट मांगा तो वह भी नहीं दिया। साथ ही वहां लगे सीसीटीवी कैमरे बंद कर दिए गए। अधिकारियों ने उनकी यूनिट के सभी कमरों का जायजा लिया और अलमारियों के लॉक भी तोड़ दिए। यही नहीं वह लोग वहां से 15 लाख रुपये भी अपने साथ ले गए। वह उसे आठ लाख रुपये की सरकारी रसीद और सात लाख रुपये की गांव पुंडरी स्थित सरकारी स्कूल की रसीद देने की बात कह रहे थे। बार-बार कहने पर एक अधिकारी ने तो सीधा कह दिया कि यह उनकी रिश्वत है। यही नहीं वहां पर पूरा सामान बिखेर दिया गया था। जब भी वह कागजात की मांग करता तो वह उसे केसों में फंसाने की धमकी देते थे। जब उसकी यूनिट काफी समय तक बंद रही तो बाहर उसके अन्य व्यापारी साथी जमा हो गए और वह लोग कैमरे का सामान लेकर फरार हो गए। हमने कोई भी कागजात किसी अधिकारी से नहीं छीना है।

यूनिट मालिक का आरोप

- टीम ने आइकार्ड नहीं दिखाया और आते ही सीसीटीवी कैमरे बंद कर दिए

- अलमारियां के लॉक तोड़ दिए और 15 लाख रुपये साथ ले गए

- आठ लाख रुपये की सरकारी रसीद और सात लाख रुपये की सरकारी स्कूल की रसीद दे रहे थे

ऐसे पड़ी एसके दीपक निटवियर में रेड

सीजीएसटी ने प्रेस विज्ञप्ति में बताया है कि इंटेलीजेंस इनपुट था कि अकशिता क्रिएशन और मेहुल कलेक्शन ने एक्टपोर्ट माल पर गलत ढंग से रिफंड लिए हैं और उनकी ओर से घटिया क्वालिटी के कपड़े बिना बिल के एसके दीपक निटवियर से खरीदे गए थे। जांच के बाद 15 जनवरी को अकशिता क्रिएशन की ओर से 1 करोड़ 12 लाख रुपये का जीएसटी स्वैच्छिक तौर पर कर दिया था, जिस कारण यह रेड की गई थी।

हमारे पास व्यापारियों की शिकायत आई है, जांच होगी: एसीपी

जीएसटी अधिकारियों की ओर से दी गई शिकायत के बाद आपराधिक मामला दर्ज किया गया था, इसके बाद व्यापारियों ने भी अपनी शिकायत दी है, जिस पर जांच कर कार्रवाई की जाएगी।

वरियाम सिंह,एसीपी

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