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निगम चुनाव : विरोधी पार्टियों का हथियार बनेगा 'स्टिंग आप्रेशन'

अर्शदीप समर, लुधियाना नगर निगम चुनाव में अमृतसर, पटियाला और जालंधर में मात खा चुके विरोधी दल के ने

By JagranEdited By: Published: Sun, 07 Jan 2018 09:13 PM (IST)Updated: Sun, 07 Jan 2018 09:13 PM (IST)
निगम चुनाव : विरोधी पार्टियों का हथियार बनेगा 'स्टिंग आप्रेशन'
निगम चुनाव : विरोधी पार्टियों का हथियार बनेगा 'स्टिंग आप्रेशन'

अर्शदीप समर, लुधियाना

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नगर निगम चुनाव में अमृतसर, पटियाला और जालंधर में मात खा चुके विरोधी दल के नेता लुधियाना निगम चुनाव को लेकर रणनीति तैयार करने में जुटे हैं। इन तीनों जिलों में हार के बाद नेताओं ने आरोप लगाया था कि सरकार ने सरेआम धक्केशाही कर चुनाव जीते हैं। इसे रोकने के लिए इस बार विरोधी दल के नेता स्टिंग आप्रेशन को मुख्य हथियार बनाने की तैयारी कर रहे हैं। विरोधी दल के सीनियर नेता अपने सभी नेताओं और कार्यकर्ताओं को विकास को लेकर प्रचार करने के साथ-साथ स्टिंग आप्रेशन का भी सहारा लेने के लिए कह दिया है। उनका कहना है कि अगर किसी भी जगह पर सत्ताधारी पार्टी धक्काशाही करने की कोशिश करती है, तो मोबाइल कैमरा से स्टिंग आप्रेशन कर सोशल मीडिया पर डालेंगे। ताकि सोशल मीडिया के जरिए जनता तक उनकी आवाज पहुंच सके। वहीं, विरोधी दल के नेता चुनाव के दिनों में जनता से अभी अपील करेंगे कि अगर उनके इलाके में कोई भी पार्टी का नेता धक्काशाही करता है, तो वह खुद भी वीडियो बना सोशल मीडिया पर वायरल करें। ताकि उनके खिलाफ सख्ती से कार्रवाई हो सके।

नशा बांटने वालों पर रहेगी विरोधियों की नजर

निगम चुनाव को लेकर सभी पार्टियों ने रणनीति तैयार करनी शुरू कर दी है। माना जा रहा है कि चुनाव को जीतने के लिए हर प्रकार का हथकंडा अपनाने की तैयारी की जा रही है। जिसमें कई नेता वोट के बदले शराब बांटने की भी तैयारी कर रहे हैं। इसे रोकने के लिए हर एक पार्टी ने टीमें तैयार करनी शुरू कर दी है। ताकि अगर कोई भी पार्टी का मैंबर शराब बांटता है, तो उसे मौके पर ही पकड़ पुलिस के हवाले किया जा सके।

सत्ताधारी नेताओं पर विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक करने का आरोप

निगम चुनाव को लेकर एक तरफ विरोधी दल के नेता धक्केशाही से बचने के लिए लगातार रणनीति तैयार करने में जुटे हुए हैं। वहीं, विरोधी दल के नेताओं का आरोप है कि सत्ताधारी नेता हर एक विभाग के अधिकारियों के साथ लगातार बैठक कर रहे हैं। उनका कहना है कि सत्ताधारी पार्टी के सीनियर नेता दावेदार उम्मीदवार को हर एक विभाग के अधिकारियों के साथ मिला रहे हैं। ताकि उनके इलाके के काम जल्दी से जल्दी हो सकें और उसका क्रेडिट भी दावेदार उम्मीदवारों को जाए। उधर, विरोधी दल के नेता कांग्रेस सरकार की खामियों को निकाल कर प्रचार करने में जुटे हुए हैं।

दावेदारी मजबूत करने को भेज रहे खुद का रिपोर्ट कार्ड

निगम चुनाव में टिकट लेने को लेकर हर एक नेता लगातार खुद को मजबूत दावेदार बताने के लिए जमीनी प्लानिंग पार्टी को भेजने में जुटा हुआ है। इसके लिए खुद का एक रिपोर्ट कार्ड भी तैयार किया है। जिसमें उसने बताया है कि उसके साथ इलाके में कितने वोट हैं। इसके अलावा इलाके में क्या-क्या काम कर चुका है और लोगों में उसकी छवि किस प्रकार की है। ताकि पार्टी उसका रिपोर्ट कार्ड देख टिकट दे सके।


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