...जब धरना स्थल पर ही कांग्रेस विधायक तलने लगे पकौड़े, सोशल मीडिया पर वायरल हुई तस्वीर
कुलदीप सिंह वैद्य ने जब कांग्रेस ज्वाइन की थी तो पार्टी ने विधानसभा क्षेत्र गिल से शिरोमणि अकाली दल के उम्मीदवार मुख्य संसदीय सचिव दर्शन सिंह शिवालिक से हलका छीनने के लिए टिकट दी। कुलदीप वैद्य ने जीत दर्ज कर सबको चौंका दिया।
लुधियाना, [राजेश शर्मा]। विधानसभा हलका गिल से कांग्रेस विधायक कुलदीप सिंह वैद्य से हर कोई वाकिफ है। वह अकसर सुर्खियों में रहने के लिए कुछ अलग करते ही नजर आते हैं। जब उन्होंने कांग्रेस ज्वाइन की थी तो पार्टी ने विधानसभा क्षेत्र गिल से शिरोमणि अकाली दल के उम्मीदवार मुख्य संसदीय सचिव दर्शन सिंह शिवालिक से हलका छीनने के लिए टिकट दी।
कुलदीप वैद्य ने जीत दर्ज कर सबको चौंका दिया। विधायक बने तो हाइलाइट होने का मौका नहीं छोड़ा। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की फेरी के दौरान कांग्रेसी झंडे के तीन रंगों वाली पगड़ी पहनकर चर्चा में रहे। अब कांग्रेस ने किसानों के समर्थन में धरना दिया तो नेता जी ने धरने प्रदर्शन में चाय बनाना और पकौड़े तलने शुरू कर दिए। उनकी इस फोटो ने विभिन्न इलाकों में धरने पर बैठे कांग्रेसी दिग्गजों को फीका कर दिया। अखबारों के साथ-साथ सोशल मीडिया पर भी यह तस्वीर खूब वायरल हो रही है।
नहीं टिक पाई व्यवस्था
शहर के व्यस्त बाजार गुड़मंडी की तंग गलियों में खड़े होने वाले दोपहिया वाहनों से आने-जाने वाले तो परेशान हैं ही, वहां के दुकानदार भी इससे निजात चाहते हैं। इसको लेकर दुकानदारों ने पुलिस को शिकायत दी और त्वरित कार्रवाई भी हुई। एडीसीपी-वन दीपक पारिख, एसीपी वरियाम सिंह और एसएचओ हरजीत सिंह ने मौका-ए-मुआयना किया। फिर निष्कर्ष निकाला कि समस्या गंभीर है। किसी ने बहुत पहले गुड़मंडी में हुए अग्निकांड के बारे में बताया तो अधिकारियों की तरफ से पाìकग की व्यस्था अलग से कर दी गई। इससे समस्या से निजात भी मिल गई। दुकानदारों के साथ-साथ राहगीरों ने भी राहत की सांस ली।
पुलिस मुलाजिमाें की ड्यूटी भी लग गई। अगर कोई व्यक्ति जबरन वहां वाहन खड़ा करने का प्रयास करता तो उसका चालान काट दिया जाता। मगर यह खुशी और व्यवस्था अधिक दिन नहीं टिकी। एक सप्ताह बाद अब वहां के हालात फिर वैसे ही बन गए हैं।
बैंस के नक्शेकदम पर
लोक इंसाफ पार्टी (लिप) के अध्यक्ष विधायक सिमरजीत सिंह बैंस जहां भी जाते हैं बिना मास्क के ही रहते हैं। उनकी देखादेखी पार्टी के पदाधिकारियों और वर्करों ने भी मास्क पहनना छोड़ दिया है। बीते दिनों लिप के जितने भी धरने प्रदर्शन हुए, शत प्रतिशत लोग बिना मास्क के ही पहुंचे। यहां तक कि संसद घेरने के लिए मोटरसाइकिलों के काफिले के साथ दिल्ली कूच के दौरान भी बैंस और उनके समर्थक बिना मास्क के ही दिखे। अंबाला के पास हरियाणा पुलिस के अधिकारी ने बैंस को मास्क के बारे में पूछा तो उन्होंने तपाक से जवाब दे दिया कि ठीक है आप चालान कर दो।
इसके बाद न कोई चालान कटा न कार्रवाई। लोग सवाल कर रहे हैं कि बिना मास्क अगर कोई सड़क पर दिख जाए तो पुलिस चालान काटने में एक मिनट नहीं लगाती, लेकिन बैंस और उनके समर्थकों के सामने तो उनकी हवा निकल जाती है।
सिरदर्द बने लोगों के वाहन
बाजार में पार्किंग नहीं होने से लोग बेतरतीब ढंग से वाहन जहां-तहां खड़े कर रहे हैं। कुछ ऐसी ही स्थिति बिजली मार्केट में हैं। वहां दुकानों के आगे लोग दोपहिया वाहन खड़ा करके चले जाते हैं। इससे वे तंग आ गए हैं। दुकानदारों ने पहले तो नो पाìकग के बोर्ड लगवाए, लेकिन बात नहीं बनी। फिर उन्होंने अपने कर्मचारियों को दुकान के बाहर खड़ा करना शुरू कर दिया, इससे झगड़े बढ़ने लगे।
अब एक दुकानदार ने तो नायाब तरीका निकाला। जो भी वाहन उसकी दुकान के बाहर खड़ा होता है, उसके लॉक में माचिस की तीलियां डाल देता है। वाहन चालक वापस आकर लॉक खोलने का प्रयास करता है तो चाबी अंदर जाती ही नहीं। अब लॉक खुलवाए बिना वाहन स्टार्ट नहीं होता। कहीं न कहीं इससे परेशान जरूर हो जाता है। वाहन चालक समझ तो जाता है कि शरारत किसकी है लेकिन वह बिना सुबूत के बोल नहीं पाता।