मेयर ने वायरल ऑडियो पर खड़े किए सवाल, आशु की पत्नी बोलीं-अफसरों को डांटना मंत्री का अधिकार
अफसरों को धमकाने वाले ऑडियो वायरल होने के बाद कैबिनेट मंत्री भारत भूषण आशु चारों तरफ से घिरने लगे हैं। वहीं आशु की पत्नी ममता अपने पति का बचाव करने के लिए आगे आ गई हैं।
जेएनएन, लुधियाना। अफसरों को धमकाने वाले ऑडियो वायरल होने के बाद कैबिनेट मंत्री भारत भूषण आशु की पत्नी ममता आशु पति का बचाव करने के लिए आगे आ गई हैं। लुधियाना पश्चिमी हलके के कांग्रेसी पार्षद व मेयर बलकार सिंह खुद भी आशु के समर्थन में कूद चुके हैं। वीरवार को सभी पार्षदो, मेयर व ममता आशु ने मिलकर एकजुटता दिखाई। मेयर बलकार सिंह संधू और मंत्री की पत्नी व पार्षद ममता आशु ने वायरल हुए ऑडियो क्लिप पर ही सवाल खड़े कर दिए।
उनका कहना है कि जिन अफसर के साथ बातचीत का यह ऑडियो बताया जा रहा है उसका ट्रेक रिकॉर्ड किसी से छुपा नही है। ऐसे में ऑडियो से छेड़छाड़ करना उसके लिए कोई बड़ी बात नही है। हालांकि डीएसपी बलविदर सिंह सेखो पहले ही साफ कर चुके हैं कि यह ऑडियो पूरी तरह ओरिजनल है। मेयर बलकार सिंह संधू व ममता आशु ने कहा कि डीएसपी बलविदर सिंह सेखो बहुत ही शातिर अफसर है। उसके खिलाफ पहले कई मामले दर्ज हो चुके हैं। यहां तक कि उसका नाम नकली करंसी छापने में भी आ चुका है। ऐसे में जो ऑडियो क्लिप वायरल हो रहा है उसकी विश्वसनीयता पर भी शक है।
उन्होंने कहा कि हो सकता है कि ऑडियो क्लिप से छेड़छाड़ की गई हो। इसके अलावा मेयर बलकार सिंह संधू ने कहा कि डीएसपी के संबंध विरोधी दल के नेताओ के साथ हैं। इसलिए लोकसभा चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस पार्टी की छवि को खराब करने के लिए इस तरह के ऑडियो वायरल किए जा रहे हैं। उन्होने कहा कि उनके पास पूरे सबूत हैं कि डीएसपी के संबंध विरोधी नेताओ के साथ हैं। समय आने पर वह अपनी पार्टी के हाईकमान को यह सबूत पेश करेंगे।
उनका कहना है कि डीएसपी के खिलाफ दर्ज हुए मामले किसी से छिपे नहीं हैं। यही नही मेयर बलकार सिंह संधू व ममता आशु ने कहा कि अगर अफसर जनहित में काम न करें तो क्या मंत्री उन्हें मनमानी करने दें। उन्होने कहा कि अफसरो को मनमानी करने से रोकने के लिए मंत्री के पास पूरे अधिकार हैं और वह अफसरो को डांट भी सकते हैं। कांग्रेसी नेता इश्वरजोत सिंह चीमा ने कहा कि जिन दो अफसरो के ऑडियो वायरल हुए हैं दोनो के खिलाफ कई बार विभागीय कार्रवाई हो चुकी है। उन्होने मुख्यमंत्री से मांग की है कि दोनो अफसरो को सस्पेंड कर किया जाए।
डीएसपी बोले, मानहानि का केस करूंगा
डीएसपी बलविदर सिंह सेखो का कहना है कि उन पर बार- बार आरोप लगाए जा रहे हैं कि उनका नाम नकली नोट बनाने वालो में शामिल रहा है। उन्होने साफ किया कि 2006 में उन पर झूठा केस दर्ज करवाया गया था और उस केस में उनके खिलाफ चार्ज ही फ्रेम नही हुआ था। ऐसे में जो लोग उनका नाम बार-बार नकली नोट छापने वालो के साथ जोड़ रहे हैं उनके खिलाफ मानहानि का केस करेंगे। इसके अलावा डीएसपी का कहना है कि बार-बार कहा जा रहा है कि उनके संबंध विरोधी दल के नेताओ के साथ है इसमें क्या दिक्कत है। उन्होने कहा कि उनके कैबिनेट मंत्री भारत भूषण आशु के साथ भी अच्छे संबंध हैं। इसीलिए मंत्री आशु ने ही उन्हें लुधियाना भेजने की सिफारिश की थी।
हम तो सुखपाल खैहरा के स्वागत के लिए बैठे थे: मेयर
मेयर बलकार सिंह संधू ने कहा कि मामला विधानसभा में उठने के बाद मुख्यमंत्री ने जांच के लिए कमेटी का गठन कर दिया। ऐसे में खैहरा का कोठी का घेराव करने का क्या मतलब है।