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बाहरी मंडियों से आ रही सब्जियां, बढ़े कई गुना दाम

खन्ना मंडी में चल रहे पांच दिन के रेहड़ी-फड़ी वालों की हड़ताल को भले ही दो दिन से ही आढ़तियों ने समर्थन दिया हो लेकिन, इन दो दिनों ने ही खन्ना निवासियों के घरेलू बजट को बिगाड़ दिया है। शहर के कईं इलाकों में सब्जी बेच रहे रेहड़ी वाले आसपास की मंडियों से सब्जियां ला रहे हैं और इससे कईं गुणा तक सब्जियों की कीमत में उछाल आ गया है। हालात यह है कि 15 किलोमीटर के दायरे के कस्बों से कहीं महंगी सब्जी खन्ना में मिल रही है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 14 Nov 2018 08:14 AM (IST)Updated: Wed, 14 Nov 2018 08:14 AM (IST)
बाहरी मंडियों से आ रही सब्जियां, बढ़े कई गुना दाम
बाहरी मंडियों से आ रही सब्जियां, बढ़े कई गुना दाम

सचिन आनंद, खन्ना

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खन्ना मंडी में पांच दिन तक रेहड़ी-फड़ी वालों की हड़ताल को भले ही दो दिन से ही आढ़तियों ने समर्थन दिया हो, लेकिन इन दो दिनों ने ही खन्ना निवासियों के घरेलू बजट को बिगाड़ दिया है। सब्जी बेच रहे रेहड़ी वाले आसपास की मंडियों से सब्जियां ला रहे हैं और इससे कई गुना तक सब्जियों की कीमत में उछाल आ गया है। हालात यह है कि 15 किलोमीटर के दायरे के कस्बों से कहीं महंगी सब्जी खन्ना में मिल रही है।

जानकारी के अनुसार गोभी, टमाटर, मटर, प्याज, शिमला मिर्च के दाम कई गुणा बढ़े हुए हैं। मंडी बंद होने के कारण जहां आम जनता को परेशानी हो रही है वहीं सरकार को भी हर रोज राजस्व का नुकसान हो रहा है। सब्जी मंडी में राजनेताओं के पहुंचने का सिलसिला पहले दिन से ही जारी है, लेकिन समस्या का कोई हल नहीं निकलने से लोगों की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। इसके अलावा रोज कमाकर खाने वाले गरीब रेहड़ी वालों की हालत भी अच्छी नहीं है। पायल, बीजा और समराला कस्बों में सब्जियों की कीमतें कम हैं। खन्ना के रेहड़ी वाले मालेरकोटला और लुधियाना से सब्जी ला रहे हैं। इससे कीमतें बढ़ना लाजमी हैं। सब्जी पहले अब

टमाटर 20 40-60

शिमला मिर्च 40 80

गोभी 25 40

गाजर 30 60

प्याज 20 30

मटर 120 160

मूली 15 30

बंद गोभी 20 40

आलू 15 20

मिर्च 30 60

नोट: प्रति किलो सब्जियों के दाम रुपये में हैं। जनता की फिक्र करे सरकार : चीमा

भाजपा किसान मोर्चा की प्रदेश प्रधान बिक्रमजीत ¨सह चीमा मंगलवार को खन्ना मंडी पहुंचे। उन्होंने कहा कि सरकार संवेदनहीन हो गई है। आढ़तियों और रेहड़ी वालों का नुकसान तो हो रहा है। इसके साथ ही किसानों की फसल भी खराब हो रही है। लोगों को महंगी सब्जी खरीदनी पड़ रही है। सरकार जनता की फिक्र करे।


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