राइस मिलर्स की हड़ताल से धान की लिफ्टिग लटकी
खन्ना अनाज मंडी खन्ना में इस बार धान का सी•ान किसानों के लिए बेहद मुश्किल भरा दिखाई पड़ रहा है।
जागरण संवाददाता, खन्ना : अनाज मंडी खन्ना में इस बार धान का सी•ान किसानों के लिए बेहद मुश्किल भरा दिखाई पड़ रहा है। पहले एक अक्तूबर को खरीद शुरू होते ही पांच दिन तक आढ़तियों की हड़ताल और अब राइस मिलर्स की हड़ताल से किसानों की मंडी में दुर्गति के आसार बन गए हैं। मंडी में लिफ्टिग की भारी समस्या पैदा हो गई है। नया दान आ रहा है पर बिका हुआ धान उठाया नहीं जा रहा। अगर हालात यही रही तो जगह का संकट भी मंडी में पैदा हो सकता है।
खन्ना अनाज मंडी में 72 घंटे में लिफ्टिग करने के सरकारी दावों की हवा निकल गई है। खन्ना और उसकी सहयोगी मंडियों में अब तक 246340 क्विटल धान आ चुका, जिसमें से 95 प्रतिशत से ज्यादा खरीद हो चुकी है। लेकिन मंडी में 85 प्रतिशत से भी ज्यादा धान लिफ्टिग का इंतजार कर ाह है। सरकारी एजेंसियों को धान खरीद कर राइस मिलों में मिलिग के लिए भेजना होता है, लेकिन राइस मिलस की हड़ताल से यह नेटवर्क टूट गया है।
हालात इस कदर बिगड़ रहे हैं कि धान से भरी ट्रालियों को खाली करने में कई कई घंटे का इंतजार करना पड़ा रहा है। मंडियों में फसल उतारने की जगह नहीं मिल रही है। सोमवार से तेज होगी लिफ्टिग : पजनी
एएफएसओ मनीष पजनी ने बताया कि मंडी में लिफ्टिग की रफ्तार में सोमवार से तेजी आएगी। एसोसिएशनों के प्रतिनिधियों से बैठक हुई है। उन्होंने आश्वासन दिया है कि सोमवार से लिफ्टिग तेज कर दी जाएगी। 30 से 40 प्रतिशत राइस मिलर्स ने फसल को खरीद एजेंसियों के माध्यम से उठाना शुरू कर दिया है। अभी जारी रहेगी हड़ताल : दयाली
खन्ना राइस मिलर्स एसोसिएशन के प्रधान गुरदयाल सिंह दयाली ने बताया कि उनकी एसोसिएशन की हड़ताल अभी जारी रहेगी। कोई भी फैसला पंजाब इकाई के प्रतिनिधियों से बात कर ही लिया जाएगा। सोमवार को मीटिग होगी। उसके बाद कोई निर्णय लिया जाएगा।