सरकारी इमारतों ने बिगाड़ा टैक्स रिकवरी टारगेट का गणित
सचिन आनंद, खन्ना नगर कौंसिल खन्ना का पिछले वित्तीय वर्ष 2017-18 में हाउस टैक्स और प्रॉपर्टी टैक्स
सचिन आनंद, खन्ना
नगर कौंसिल खन्ना का पिछले वित्तीय वर्ष 2017-18 में हाउस टैक्स और प्रॉपर्टी टैक्स की रिकवरी का गणित सरकारी इमारतों ने बिगाड़ दिया है। खन्ना नगर कौंसिल का हाउस व प्रॉपर्टी टैक्स का कुल 3.50 करोड़ का लक्ष्य था। कौंसिल ने अभी तक 2.90 करोड़ का लक्ष्य हासिल किया है। बाकि का जो बकाया है वह सरकारी इमारतों से लेनदारी का है।
गौरतलब है कि खन्ना नगर कौंसिल के करीब 67 लाख रुपये खन्ना के एसएसपी कार्यालय, सदर थाना, एसडीएम कार्यालय, सिटी थाना और एसएसपी कार्यालय स्थित एटीएम की इमारतों की तरफ बकाया हैं। इस सबंधी कई बार इन विभागों को पत्राचार और नोटिस से सूचित किया जा चुका है लेकिन उक्त विभागों ने इस पर गौर ही नहीं किया। इसी कारण खन्ना नगर कौंसिल का रिकवरी का लक्ष्य भी पूरा नहीं हो पाया है।
प्राप्त आंकड़ों के अनुसार खन्ना नगर कौंसिल ने साल 2017-18 में हाउस और प्रॉपर्टी टैक्स की रिकवरी का लक्ष्य 3.50 करोड़ रुपये रखा था। 31 मार्च तक इसमें से 2.90 करोड़ की रिकवरी नगर कौंसिल ने कर ली थी। यह कुल टारगेट का 83 फीसद बनता है। कौंसिल 60 लाख कम की रिकवरी के लिए सरकारी इमारतों की तरफ बकाया 67 लाख को कारण मान रही है। साल 2018-19 के लिए भी कौंसिल ने 3.50 करोड़ का लक्ष्य रखा है। किस इमारत पर कितना बकाया
खन्ना नगर कौंसिल का विभिन्न सरकारी इमारतों की तरफ 66 लाख 99 हजार 675 रुपये बकाया है। इनमें सदर थाना और एसएसपी कार्यालय पर हाउस टैक्स का 24 लाख 41 हजार 89 रुपये, सिटी थाना पर 2 लाख 71 हजार 9 रुपये, एसडीएम कार्यालय पर 21 लाख 55 हजार 897 रुपये और एटीएम का 31 हजार 680 रुपये बकाया है। इसमें दस फीसद फायर सेस शामिल है। इसके अलावा सरकारी इमारतों पर 18 लाख का प्रॉपर्टी टैक्स भी बकाया है। छूट के 12 दिन में 24.86 लाख रिकवरी : ईओ
खन्ना नगर कौंसिल के ईओ रवनीत ¨सह ने बताया कि स्थानीय निकाय विभाग की तरफ से टैक्स रिकवरी के टारगेट पूरे करने के लिए वित्तीय वर्ष के आखिरी 12 दिन में टैक्स से छूट और जुर्माना माफी की योजना शुरू की थी। 20 मार्च से 31 मार्च तक चलाई गई इस छूट के दौरान खन्ना नगर कौंसिल ने 24 लाख 86 हजार रुपये की रिकवरी की है। ¨सह ने बताया कि इस दौरान प्रॉपर्टी टैक्स की 1236 रिटर्नो में 21 लाख 56 हजार और हाउस टैक्स की 10 रिटर्नो से 3 लाख तीस हजार की रिकवरी की।