अकाली दल की बैठक में तलवंडी और यादु गुट भिड़े, जमकर हुआ हंगामा Ludhiana News
अकाली दल के नेता बैठक के दौरान आपस में ही भिड़ गए। बैठक को बीच ही रोक कर टालना पड़ा। वर्कर निराश हो कर घरों को चले गए।
खन्ना, जेएनएन। 15 अगस्त को शहीद करनैल सिंह की याद में गांव ईसड़ू में करवाई जाने वाली अकाली दल की काफ्रेंस के लिए गुरुद्वारा मंजी साहिब कोटां में रखी बैठक में एक बार फिर हलका इंचार्ज रणजीत सिंह तलवंडी और यूथ अकाली नेता यादविन्दर सिंह यादु के गुट आपस में भिड़ गए। चार हलकों पायल, साहनेवाल, खन्ना और समराला की बैठक कांफ्रेंस के कोआर्डिनेटर और पूर्व मंत्री शरणनजीत सिंह ढिल्लों ले रहे थे। नेताओं में नौबत तू तू मैं मैं तक पहुंच गई। इस कारण बैठक को बीच ही रोक कर टालना पड़ा। वर्कर निराश हो कर घरों को चले गए।
यह बैठक अभी शुरू ही हुई थी तो हलका खन्ना के कोआर्डिनेटर बूटा सिंह रायपुर ने कहा कि हलका इंचार्ज के पक्षपाती रवैये के कारण पिछली बार ईसड़ू कांफ्रेंस कामयाब नहीं हुई। दविन्दर सिंह खटड़ा सदस्य एसजीपीसी ने कहा कि पंथक नेताओं ने अकाली दल के लिए हर बलिदान दिया और हलका इंचार्ज रणजीत तलवंडी गद्दार कह रहे हैं। विवाद शुरू होने के बाद जवाब देते तलवंडी ने कहा कि वे इसलिए गद्दार कह रहे हैं। क्योंकि विधानसभा चुनाव 2017 में उन्होंने मदद नहीं की। इसे लेकर उनके पास सबूत हैं।
यूथ अकाली दल के प्रमुख नेता यादविंदर सिंह यादू ने खटड़ा का पक्ष लेते हुए कहा कि वे पार्टी प्रधान सुखबीर सिंह बादल को तलवंडी की हाजिरी में कह चुके थे कि वे तलवंडी की मदद नहीं कर सकते। क्योंकि, तलवंडी ने अकाली सरकार के समय उनपर और उनके साथियों पर झूठे पर्चे दर्ज करवाए हैं।
दोनों गुटों को समझा दिया है : सहारनमाजरा
जिला अकाली दल प्रधान रघबीर सिंह सहारनमाजरा ने कहा कि दोनों गुचों को समझा दिया गया है कि आगे से मी¨टग में एक दूसरे के खिलाफ कोई बात नहीं करनी। किसी को कोई शिकायत है तो वह उन्हें निजी तौर पर बता सकते हैं। बैठक टालने संबंधी उन्होंने कहा कि पहले ही फैसला हुआ था कि बैठक में सिर्फ पूर्व मंत्री शरनजीत सिंह ढिल्लों ही बोलेंगे और बैठक पूरे समय पर ही खत्म हुई है।
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