सरकार से पेमेंट न मिलने पर आढ़तियों ने बंद किया किसानों का एडवांस Ludhiana News
केंद्र सरकार द्वारा उनकी आढ़त मजदूरों की मजदूरी तक की पेमेंट नहीं की गई। आढ़ती इससे परेशान हैं और मजदूर भी आर्थिक तंगी के दौर से गुजर रहे हैं।
खन्ना, जेएनएन। केंद्र सरकार की आढ़ती विरोधी नीतियों के कारण एशिया की सबसे बड़ी अनाज मंडी खन्ना की आढ़ती एसोसिएशन में रोष है। एसोसिएशन की बैठक वीरवार को प्रधान हरबंस सिंह रोशा की अध्यक्षता में हुई। रोशा ने कहा कि केंद्र सरकार आढ़तियों के ऊपर नई-नई नीतियां थोप रही है जो आढ़तियों के हित में नहीं है। इसके चलते अब आढ़तियों ने किसानों को आगामी 20 नवंबर तक कोई एडवांस ना देने का फैसला लिया है। उन्होंने कहा कि धान की सरकारी खरीद शुरू हुए करीब सवा महीना हो गया है। लेकिन, केंद्र सरकार द्वारा उनकी आढ़त, मजदूरों की मजदूरी तक की पेमेंट नहीं की गई। आढ़ती इससे परेशान हैं और मजदूर भी आर्थिक तंगी के दौर से गुजर रहे हैं। जब तक केंद्र सरकार उनके पैसे की अदायगी नहीं करती तब तक वह किसानों को एडवांस नहीं देंगे।
महासचिव यादविंदर सिंह लिबड़ा ने कहा कि यह फैसला आढ़तियों द्वारा मजबूरी में लिया गया है। केंद्र सरकार द्वारा आढ़ती विरोधी नीतियां लागू करते हुए आढ़तियों को खत्म करने की कोशिश की जा रही है। इस अवसर पर वरिष्ठ उपाध्यक्ष हमीर सिंह रतनहेड़ी, मोहित गोयल, रामचंद सिंगला, गुरदीप सिंह रसूलड़ा, संजीव धम्मी, गुरचरण ढींडसा, जगतार सिंह रतनहेड़ी, भरपूर चंद बेक्टर, बूटा सिंह राजेवाल, रणजीत सिंह इकोलाहा, गुलजार सिंह, गुरजीत सिंह नागरा, तीरथ, सोनी कोहली, गुरप्रीत सिंह पूरबा, वेद प्रकाश, रछपाल सिंह गगड़ा, जसपाल सिंह, गिरधारी लाल, सुशील शीली, सूरज प्रकाश, भगवान दास, संजीव शंभू, जिमी गोयल, जतिंदर भार्गव, जगतार सिंह इकोलाही, निर्मल नागरा, सुरिंदर शाही, गुरपाल सिंह उपस्थित थे।
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