आत्म सुरक्षा के लिए महिला अध्यापक सीखेंगी कराटे
अध्यापकों पर होते हमलों व स्नैचिग जैसे वारदातों पर नकेल कसने के लिए शिक्षा विभाग ने कमर कस ली है।
बिदु उप्पल, जगराओं
शिक्षिकाओं पर बढ़ रहे हमले व बीच राह हो रही लूटपाट से उन्हें बचाने के लिए शिक्षा विभाग ने एक नया तरीका इजाद किया है। ऐसी घटनाओं का सामना करने के लिए अब शिक्षिकाओं को कराटे की ट्रेनिंग दी जाएगी, ताकि वह खुद भी सुरक्षित रहें और स्कूल में बच्चों को भी ट्रेनिंग दे सकें। लुधियाना डीपीई मनजीत कौर शिक्षा विभाग द्वारा दी जा रही कराटे की ट्रेनिग ले चुकी हैं। उन्होंने बताया कि शिक्षा विभाग में महिला अध्यापकों को स्वयं की सुरक्षा के लिए यह प्रशिक्षण दिया जा रहा है। शिक्षा सचिव कृष्ण कुमार ने कहा कि विभिन्न विषयों की महिला अध्यापकों को आत्म सुरक्षा के लिए व विद्यार्थियों को प्रशिक्षित करने के लिए क्षेत्रीय प्रबंधन संस्थान चंडीगढ़ में कराटे की ट्रेनिग दी जाएगी। डायरेक्टर जनरल स्कूल एजुकेशन कम-स्टेट प्रोजेक्ट अधीन 50 वर्षो से कम उम्र की महिला अध्यापकों ने ट्रेनिग के लिए सहमति जताई है। दूसरे बैच में 10 से 14 सितंबर तक जालंधर, श्री मुक्तसर साहिब, अमृतसर की 108 महिला अध्यापकों को ट्रेनिग दी जा रही है। तीसरे बैच में बठिडा व होशियारपुर की 109 महिला अध्यापकों को और चौथे बैच में 24 से 28 सितंबर तक मोगा, पटियाला, शहीद भगत सिंह नगर, तरनतारन व फरीदकोट जिलों की 117 महिला अध्यापकों को कराटे की ट्रेनिग दी जाएगी। यह प्रशिक्षण रुपिंदर रबबी स्टेट ऑर्गेनाइजर स्पोर्ट्स, सुरेखा ठाकुर एएसपीडी व विभाग के अन्य अधिकारियों की उपस्थिति में मास्टर ट्रेनर राजेश कुमार व मास्टर ट्रेनर राजेश कुमार हेड टीचर दे रहे हैं। विभाग के अनुसार यह प्रशिक्षण प्राप्त करके महिला अध्यापक स्कूलों में बच्चों को आत्मरक्षा के गुर सिखाएंगी। एक माह में करीब 400
मास्टर ट्रेनर राजेश कुमार हेड टीचर ने बताया कि शिक्षा विभाग की ओर से पिछले वर्ष फिजिकल एजुकेशन के अध्यापकों को ही सेल्फ डिफेंस की ट्रेनिग दी गई थी, जिसमें सूबे के 1400 डीपीई अध्यापकों ने प्रशिक्षण लिया था। अब अन्य विषयों के अध्यापकों को भी सेल्फ डिफेंस का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। एक महीने में करीब 400 अध्यापक कराटे व सेल्फ डिफेंस की ट्रेनिग ले चुके हैं। दिन में तीन बार देते हैं कोचिंग
पांच दिवसीय ट्रेनिग में दिन में तीन बार कोचिग दी जाती है, जिसमें सुबह छह से आठ बजे तक कराटे-सेल्फ डिफेंस की ट्रेनिग। सुबह 10 से एक बजे तक कराटे व सेल्फ डिफेंस की थ्योरी क्लास, स्किल पंच व किक मारना सिखाया जाता है। शाम चार से छह बजे तक फिजिकल ट्रेनिग दी जाती है, जिसमें कोई हथियार से आप पर हमला करता है या स्नैचिग करता है कैसे उसे बचना है यह जानकारी दी जाती है। ट्रेनिग के दौरान ही समय-समय पर गाइनाकोलॉजिस्ट डॉक्टर अध्यापकों व बच्चों को शारीरिक विकास व महिलाओं की बीमारियों व उनके सवालों के जवाब सेमिनार के दौरान देंगे। कराटे चैंपियन रमन शर्मा अध्यापकों को वुमेन सेफ्टी पर प्रशिक्षित करेंगी।