नशे का गढ़ बन गया है लुधियाना, बयां करते हैं ये आंकड़े
पछले एक महीने में लुधियाना पुलिस ने नशे के 30 पर्चे दर्ज किए। इन केसों में 50 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया गया। उनमें सात महिलाएं भी शामिल हैं।
गगनदीप रत्न, लुधियाना
पंजाब को नशामुक्त बनाने की पुलिस की कवायद चल रही है, लेकिन आंकड़ों की बात करें तो रोजाना भारी मात्रा मे नशा बरामद किया जा रहा है। इसमें लुधियाना भी पीछे नहीं। पिछले एक महीने में लुधियाना पुलिस ने नशे के 30 पर्चे दर्ज किए। इन केसों में 50 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया गया। उनमें सात महिलाएं भी शामिल हैं। नशे की वजह से एक महीने के दौरान पांच लोगों की ओवरडोज से मौत भी हो चुकी है। यही कारण है कि लुधियाना नशे का गढ़ बन चुका है। पुलिस भारी मात्रा में नशा पकड़ कर अपनी पीठ तो थपथपा रही है, लेकिन असलियत यहीं है कि जितना नशा पकड़ा जाता है, उससे कहीं ज्यादा दोबारा लुधियाना में पहुंच रहा है। दूसरी तरफ पुलिस मूकदर्शक बन अपनी छोटी उपलब्धियों की वाह-वाही बटोर रही है। नशे से बढ़ रहा क्राइम ग्राफ
जिस तरह से शहर का क्राइम ग्राफ बढ़ रहा है, उसका एकाएक कारण है वो है नशा। नशे में एक साधारण व्यक्ति दरिंदा बन जाता है, जिसमें उसे हत्या, चोरी व लूटपाट जैसी आपराधिक वारदातों को पता नहीं चल पाता। नशे की पूर्ति के लिए ही नशेड़ी पेशेवर अपराधी बन इन्हें अपना पेशा बना लेता है। उसकी वजह से दिनों-दिन महानगर में आपराधिक वारदातों पर नकेल कसी नहीं जा पा रही। महिलाएं भी शामिल
नशे की इस दौड़ में महिलाएं भी पीछे नहीं है। पिछले दिनों थाना लाडोवाल, डेहलों व शिमलापुरी की पुलिस द्वारा हेरोइन समेत महिलाओं को गिरफ्तार किया गया था। महिलाओं का इस दलदल में उतरने का फायदा ये है कि उनकी चेकिंग कम होती है, लिहाजा वो एक जगह से दूसरी जगह नशे को पहुंचा रही है। एक महीने में पकड़े नशे का ब्योरा
नशा पर्चे बरामद
हेरोइन 12 351 ग्राम
अफीम 1 एक ग्राम
भुक्की 3 14 किलो
गांजा 2 350 ग्राम
मेडिकल नशा : 56 हजार नशीली गोलियां और 50 शीशियां।