चीन से तनाव ने ताेड़ी पंजाब की इंडस्ट्री की कमर, उद्यमी एक जनवरी से बढ़ाएंगे डाइंग के बीस फीसद दाम
पंजाब डायर्स एसोसिएशन के प्रधान अशोक मक्कड़ के मुताबिक डाइज एवं कैमिकल के साथ साथ बालन के दामों ने इनपुट कास्ट में बेहद बढ़ोतरी कर दी है। इससे हमें पुराने दामों पर काम करना मुश्किल हो रहा है। इसी को देखते हुए दामों में पंद्रह से बीस प्रतिशत बढ़ोतरी करेंगे।
लुधियाना, जेएनएन। भारत और चीन के बीच तनाव (India and China Tension) का असर अब देश के व्यापार पर भी दिखने लगा है। इससे सबसे ज्यादा पंजाब की इंडस्ट्री प्रभावित हाे रही है। चीन से आयात होने वाले कैमिकल और डाइज की किल्लत का असर डाइंग इंडस्ट्री पर दिख रहा है। चीन के साथ बिगड़े संबंधों और कोविड-19 व किसान आंदोलन से इंपोर्ट कम होने से इंडस्ट्री प्रभावित होने लगी है।
डाइंग इंडस्ट्री में अधिकतर डाइज एवं कैमिकल चीन से इंपोर्ट किए जाते हैं। ऐसे में एकदम से इनके रूक जाने से भारत में बनने वाले उत्पादों के दामों में भारी उछाल आ गया है। ऐसे में इंडस्ट्री को मजबूरन अब दामों में दस बीस प्रतिशत तक का इजाफा करना पड़ेगा।
एक जनवरी से नए दामों को रिवाइज करने की तैयारी
इसके लिए उद्यमियों ने दिसंबर माह तक इसका इंतजार कर एक जनवरी से नए दामों को रिवाइज करने की तैयारी की है। इस समय पिछले तीन महीनों में डाइज एवं कैमिकल के दामों में बीस प्रतिशत, पेटकाक के दामों में तीस प्रतिशत का इजाफा हो गया है। यह डाइंग के लिए सबसे अहम उत्पाद है। इसकी मुख्य वजह चीन से इंपोर्ट कम होने के साथ साथ इंपोर्ट कंटेनर को पंजाब लाने की कीमत में दोगुणा तक इजाफा होना है।
बालन के दामों ने इनपुट कास्ट में की बढ़ोतरी
पंजाब डायर्स एसोसिएशन के प्रधान अशोक मक्कड़ के मुताबिक डाइज एवं कैमिकल के साथ साथ बालन के दामों ने इनपुट कास्ट में बेहद बढ़ोतरी कर दी है। इससे हमें पुराने दामों पर काम करना मुश्किल हो रहा है। इसी को देखते हुए हम एक जनवरी से दामों में पंद्रह से बीस प्रतिशत बढ़ोतरी करेंगे। इसके लिए हम शीघ्र डाइंग उद्योग की एक बैठक बुलाने वाले हैं, जिसमें आगे की रणनीति का फैसला किया जाएगा। बाला जी प्रोसेसर के एमडी बाबी जिंदल के मुताबिक डाइंग उद्योग के लिए इतनी अधिक इनपुट कास्ट सहना मुश्किल है, अगर दिसंबर अंत तक दाम नियंत्रण में नहीं आते, तो हमें दामों में बढ़ोतरी के रास्ते को अपनाना होगा।