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पार्टनरशिप में करते थे तस्करी, एक किलो हेरोइन समेत दो धरे

न्यू मोती नगर इलाके में पार्टनरशिप में हेरोइन की तस्करी करने वाले दो दोस्तों को स्पेशल टास्क फोर्स की टीम ने गिरफ्तार किया है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 30 May 2018 07:46 AM (IST)Updated: Wed, 30 May 2018 11:29 AM (IST)
पार्टनरशिप में करते थे तस्करी, एक किलो हेरोइन समेत दो धरे
पार्टनरशिप में करते थे तस्करी, एक किलो हेरोइन समेत दो धरे

जासं, लुधियाना

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न्यू मोती नगर इलाके में पार्टनरशिप में हेरोइन की तस्करी करने वाले दो दोस्तों को स्पेशल टास्क फोर्स की टीम ने गिरफ्तार किया है। आरोपितों की पहचान एसबीएस नगर निवासी कपिल देव और हरदीप कुमार के रूप में हुई है। आरोपितों के कब्जे से एककिलो हेरोइन बरामद हुई है। पुलिस ने थाना मोती नगर में मामला दर्ज करवा जांच शुरू कर दी है। एसटीएफ इंचार्ज हरबंस सिंह और एएसआइ रामपाल ने बताया कि सोमवार की रात उन्होंने मल्होत्रा चौक में नाकाबंदी की हुई थी। इस दौरान सामने से एकइनोवा कार आती नजर आई। उसमें बैठे दोनों लोग संदिग्ध लगे तो उन्होंने कार को रोका। कार में बैठे आरोपितों की तलाशी ली तो उनके पास से कुछ नही मिला। लेकिन जब कार में रखे काले रंग के बैग को खोला तो उसमें से हेरोइन बरामद हुई। नशा करते-करते बन गए तस्कर

पुलिस के मुताबिक हरदीप कुमार उर्फ दीपक पेशेवर तस्कर है। वह पाच साल से हेरोइन का नशा कर रहा है। लेकिन दो साल पहले वह आरोपित कपिल देव से मिला। कपिल पेशे से ड्राइवर है और उक्त कार उसी की है। कपिल भी नशा करने का आदी था। इसके बाद दोनों दिल्ली से हेरोइन लाकर तस्करी करने लगे। दोनों पार्टनरशिप में पैसे डालकर हेरोइन लाते थे। फिर जो पैसे मिलते थे, उसे वे आधा-आधा कर लेते थे। हेरोइन लेने के लिए वे कपिल की इनोवा कार से दिल्ली जाते थे। वहां स्टेशन के पास नाइजीरियन उन्हें पैकेट दे जाता था। हरदीप पर दर्ज हैं कई मामले

हरदीप ने बताया कुछ महीने पहले बस्ती जोधेवाल इलाके में शमशेर सिंह नाम का व्यक्ति 2 किलो हेरोइन समेत पकड़ा गया था। उक्त मामले में शमशेर ने हरदीप का भी नाम लिया था। जिसके चलते तब पुलिस ने उसे उक्त मामले में नामजद किया था और वह तब से भगोड़ा था। इसके अलावा आरोपित के खिलाफ आधा दर्जन के करीब मामले दर्ज है। गांवों में होती थी सप्लाई

शहर मे सख्ती होने के चलते दोनों आरोपित हेरोइन खरीदकर उसकी तस्करी गांवों में करते थे। जहां युवा उसे महंगे दाम में खरीदते थे। जिससे उन्हें अच्छी-खासी कमाई हो रही थी।


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