लुधियाना के फोकल प्वाइंट में फैक्ट्री चलाने वाले लोहा उद्यमी ने घोंटा पत्नी का गला, बुटीक को लेकर था विवाद
आरोपित पति हरमेश अरोड़ा की फोकल प्वाइंट में अरोड़ा अलाय लिमिटेड के नाम से लोहे की फर्म है। वो आत्म नगर स्थित माता चिंतपूर्णी मंदिर का प्रधान होने के साथ साथ हंबड़ां रोड स्थित गोबिंद गोधाम का ट्रस्टी भी है।
लुधियाना, जेएनएन। शहर के आत्म नगर में जमीन विवाद में लोहा उद्यमी की पत्नी आरती आरोड़ा (47) की गला घोंट कर बेरहमी से हत्या कर दी गई। पहले आशंका जताई जा रही थी कि हत्या पति ने की है। बाद में आरती के भाई के बयान पर पुलिस ने पति, बेटा, बहू और बेटी के खिलाफ हत्या के आरोप में केस दर्ज करके उनकी तलाश शुरू कर दी है। इंस्पेक्टर इंद्रजीत सिंह ने बताया कि आरोपित आरती के पति हरमेश अरोड़ा, बेटा लवरीश अरोड़ा, बहू शाइना तथा बेटी रीतिका अरोड़ा हैं। आरती का बड़ा बेटा प्रवे अरोड़ा कनाडा में रहता है। पुलिस ने शहीद करनैल सिंह नगर में रहने वाले आरती के भाई राजन कुंद्रा की शिकायत पर उनके खिलाफ केस दर्ज किया है।
हरमेश अरोड़ा की फोकल प्वाइंट में अरोड़ा अलाय लिमिटेड के नाम से लोहे की फर्म है। वो आत्म नगर स्थित माता चिंतपूर्णी मंदिर का प्रधान होने के साथ साथ हंबड़ां रोड स्थित गोबिंद गोधाम का ट्रस्टी भी है। पुलिस को दिए बयान में राजन कुंद्रा ने बताया कि वर्ष 1995 में आरती की शादी हरमेश के साथ हुई थी। एक साल पहले ही परिवार ने छोटे बेटे लवरीश की शादी की थी। परिवार के बीच जमीन के लेकर लंबे समय से विवाद चला आ रहा था। आरती का अरोड़ा इंटरनेशनल के नाम से आत्म नगर में ही बुटीक था। उसकी कीमत 3 करोड़ रुपये से ज्यादा है। परिवार के सदस्य उसे बेचने के लिए उस पर दवाब बना रहे थे।
21 मार्च को भी की गई गला दबाकर मारने की कोशिश
पिछले लाक डाउन के बाद परिवार ने जबरदस्ती आरती का बुटीक बंद करा दिया। मार्च में हरमेश ने धोखे से आरती को अपनी फर्म की पार्टनरशिप से बाहर कर दिया। 21 मार्च को भी परिवार ने उसका गला दबा कर उसे मारने का प्रयास किया। मामले की शिकायत थाना माडल टाउन पुलिस को दी गई थी, जो अब तक विचाराधीन है। आरती ने पुलिस कमिश्नर से मिलकर पति के खिलाफ धोखाधड़ी की शिकायत दी थी। वो मामला अभी वूमेन सेल में चल रहा है। राजन कुंद्रा का आरोप है कि पूरा परिवार आरती के खिलाफ हो चुका था। इसलिए आरती खुद काे कमरे में बंद रखा करती थी। वीरवार दिन में उनकी 20 बार फोन पर बात हुई। शुक्रवार सुबह जब उसने फोन किया तो किसी ने नहीं उठाया। शक होने पर जब वह उनके घर पहुंचा तो वहां का माहौल ही अलग था। बेडरूम का दरवाजा टूटा हुआ था। पूछने पर पता चला कि आरती को अस्पताल ले जाया गया है।
स्वजनों ने पुलिस को बताई ये कहानी
एसीपी सिविल लाइंस जतिंदर चोपड़ा ने बताया कि सुबह जब पुलिस वहां पहुंची तो प्राथमिक पूछताछ में परिवार ने बताया कि शुक्रवार सुबह उनके माता-पिता के बीच जबरदस्त झगड़ा हुआ। दोनों ने अंदर से कुंडी लगा रखी थी। अंदर से आरती के चिल्लाने की आवाजें आ रही थीं। जिसे सुन कर बेटे लवरीश ने नौकर गिरिराज के साथ मिलकर बेडरूम का दरवाजा तोड़ दिया। अंदर उसकी मां फर्श पर गिरी पड़ी थी। वे उसे लेकर दीप अस्पताल गए, जहां डाक्टरों ने उसे मृत करार दे दिया। एसीपी चोपड़ा ने कहा कि आरती के गले में दबाए जाने के निशान थे। उसके हाथ पर चोट के निशान भी पाए गए। मौत का असल कारण पोस्टमार्टम की रिपोर्ट के बाद ही पता चलेगा।