गोभी का भाव गिरा तो लुधियाना के खन्ना में किसान ने चार एकड़ फसल पर चलाया ट्रैक्टर
लुधियाना के किसान गुरप्रीत और कुलदीप सिंह नागरा ने बताया कि उनके इलाके के ज्यादातर किसान सब्जियों की खेती करते हैं। सीजन में सब्जियों का भाव सही न मिलने के कारण ही उन्हें खेत में ट्रैक्टर चलाना पड़ा है।
खन्ना (लुधियाना), जेएनएन। एक तरफ अपनी मांगों को लेकर किसान दिल्ली की सीमा पर धरना लगाए बैठे हैं। दूसरी तरफ, खन्ना के पास गांव के एक किसान ने गोभी की कीमत गिरने पर अपनी चार एकड़ फसल पर ट्रैक्टर चला दिया। गांव इकोलाही के किसान गुरप्रीत सिंह इकोलाही ने मजबूरी में शुक्रवार को यह कदम उठाया। उनका कहना है बाजार में गोभी इस समय एक रुपये किलो के हिसाब से बिक रही है। ऐसे में गोभी को खेत से निकालने का खर्च भी पूरा होने वाला नहीं है। इसीलिए खेत में ट्रैक्टर चला रहे हैं ताकि अगली फसल की तैयारी की जा सके। गुरप्रीत ने कहा फसल पर ट्रैक्टर चलाने का फैसला लेना एक किसान के लिए बहुत मुश्किल काम होता है।
किसान गुरप्रीत और कुलदीप सिंह नागरा ने बताया कि उनके इलाके के ज्यादातर किसान सब्जियों की खेती करते हैं। सीजन में सब्जियों का भाव सही न मिलने के कारण किसानों को काफी नुकसान उठाना पड़ा है। उन्होंने अपने खेतों में गोभी की बिजाई की थी। अब जब गोभी की फसल तैयार हो गई है, तो गोभी का भाव बहुत गिर गया है। मंडी में लगातार 10 दिन से एक रुपये प्रति किलो गोभी बिक रही है। इससे ज्यादा तो फसल को खेतों में से निकाल कर मंडी तक ले जाने में आ खर्च आ जाता है।
थोक में दो से तीन रुपये प्रति किलो बिक रही है गोभी
गुरप्रीत सिंह ने बताया कि फसल तैयार करने के लिए प्रति एकड़ करीब 20 हजार रुपये का खर्च आ चुका है, जबकि कमाई नहीं के बराबर हो रही है। किसानों को आर्थिक मार इस कारण ही पड़ती है। क्योंकि फसल खड़ी होने के बाद सरकार किसानों की मदद नहीं करती। फसल मंडियों में आती है, तो भाव गिर जाता है और बाद में वही फसल महंगे दामों में आम लोगों को मिलती है। उन्होंने मांग की कि किसानों का जो नुकसान हो रहा है। उसका मुआवजा दिया जाए। शुक्रवार को लुधियाना की होलसेल मंडी में गोभी दो से तीन रुपये प्रति किलो दाम में बिकी।
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