किसानों के जोश के आगे फीकी पड़ी बारिश, मेले में खूब की खरीदारी
पंजाब कृषि विश्वविद्यालय की ओर से आयोजित किसान मेले के अंतिम दिन शनिवार को बारिश के बावजूद भी किसानों के कदम नहीं रुके।
आशा मेहता, लुधियाना
पंजाब कृषि विश्वविद्यालय की ओर से आयोजित किसान मेले के अंतिम दिन शनिवार को बारिश के बावजूद भी किसानों के कदम नहीं रुके। सूबे के अलग-अलग जिलों से भारी संख्या में किसान मेले में पहुंचे। किसानों ने दोपहर दो बजे तक बीज से लेकर घरेलू सामान की जमकर खरीदारी की।
मेले को लेकर किसानों की दिलचस्पी व उत्साह का इसी बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि बारिश के बीच किसानों ने सुबह आठ बजे से शाम चार बजे तक करीब 16 लाख रुपये से अधिक के बीज खरीदे। बीज केंद्र पर गेहूं की उन्नत पीबीडब्ल्यू 343 वैरायटी का 135 क्विंटल बीज बिका। जबकि पीबीडब्ल्यू जिंक वन वैरायटी का करीब 50 क्विंटल बीज बिका। इसके अलावा काली गाजर के 270 पैकेट व चार हजार के करीब सब्जियों की किट बिकी। इसके अलावा पीबी डब्ल्यू 725, पीबी डब्ल्यू 677 वैरायटी के बीज भी काफी ज्यादा बिके। सौ के करीब दाल व तेलबीज की किट बिकी। खुद पंजाब कृषि विश्वविद्यालय के अधिकारी भी बारिश के बीच किसानों को बीज व अन्य सामान की खरीदारी करते देख हैरान थे।
हालांकि दोपहर दो बजे के बाद जब बारिश बहुत ज्यादा तेज हो गई तो किसान मेला ग्राउंड सहित अन्य सभी स्टॉलों से निकल कर किसान बारिश से बचने के लिए सुरक्षित जगहों पर चले गए। इसके बाद विभिन्न स्टॉल संचालकों ने अपना सामान समेटना शुरू किया। बारिश से स्टॉल संचालकों के चेहरे पर मायूस छा गई। उन्हें उम्मीद थी कि इस बार मेला तीन दिन होने से वे अधिक किसानों तक पहुंच बनाकर मुनाफा कमा सकेंगे, लेकिन बारिश ने उम्मीदों पर पानी फेर दिया। वीसी ने किसानों को लाने व छोड़ने के लिए अफसरों की गाड़ियां लगाई
बारिश के बाद भी जब किसान मेले में अधिक संख्या में पहुंचे तो यूनिवर्सिटी के वीसी डॉ. बलदेव सिंह ढिल्लों ने उनके मनोबल को बढ़ाने के लिए एक ऐसा कदम उठाया, जिससे किसान भी हैरान थे। वीसी ने पहले तो एक नंबर व दो नंबर गेट से किसानों के वाहनों की एंट्री पर लगाए गए प्रतिबंध को हटा लिया। इसके बाद वीसी ने मेला देखने के लिए आए किसानों को आठ नंबर गेट, दो नंबर गेट, एक नंबर गेट व पांच नंबर गेट से बीज केंद्र तक पहुंचाने के लिए पीएयू की बसें लगा दीं। जैसे ही कोई किसान फिरोजपुर रोड पर बस से उतरता उसे बस में बिठाकर बीज केंद्र व मेला ग्राउंड तक पहुंचाया जाता। इसके बाद बीज की खरीदारी करने के बाद किसानों को मेन रोड तक यूनिवर्सिटी के डीन, डायरेक्टर व डिपार्टमेंट हैड की अंबेसडर गाड़ियों में भेजा गया। यूनिवर्सिटी के इस कदम की किसानों ने खूब सराहना की। अब शनिवार व रविवार को भी किसान ले सकेंगे बीज
बारिश की वजह से जो किसान बीज लेने के लिए नहीं आ सके, उनके लिए पीएयू के वीसी ने एक और फैसला लिया। वीसी ने घोषणा की कि अब हर शनिवार व रविवार को भी किसान पीएयू के एक नंबर गेट पर स्थित बीज केंद्र से बीज खरीद सकेंगे। क्योंकि बारिश की वजह से सूबे के बहुत से किसान बीज खरीद कर नहीं ले गए होंगे। पराली प्रबंधन को लेकर अजायबघर के के समीप लगाई गई प्रदर्शनी भी जारी रहेगी। किसान जब मर्जी आकर मशीनों से पराली को खेतों में मिलाने से लेकर अन्य सभी तरह की जानकारी हासिल कर सकते हैं। बारिश में डटे रहे पीएयू के वैज्ञानिक
भले ही शनिवार को तेज बारिश हुई, लेकिन इस सबके बावजूद भी किसान मेले के आखिरी दिन पीएयू के अलग अलग स्टॉलों पर वैज्ञानिक किसानों के लिए डटे रहे। खासकर, किसान मेला ग्राउंड में, जहां बारिश के बाद ग्राउंड कीचड़ से सन गया था और पानी भी जमा हो गया था। कुछ स्टॉलों को छोड़ दिया जाए तो ज्यादातर स्टॉलों पर वैज्ञानिक व स्टूडेंट्स मौजूद थे।