शिक्षकों को ऑफर: सरकारी स्कूलों में स्टूडेंट्स की संख्या बढ़ी तो मिलेगा यह फायदा
शिक्षा सचिव कृष्ण कुमार ने निजी स्कूलों के विद्यार्थियों पर सेंधमारी करने की तैयारी कर ली। सरकारी स्कूलों में बच्चे दाखिल करवाने के लिए टीचर्स को एसीआर में अंक देने का ऑफर दिया है।
लुधियाना, [राजेश भट्ट]। शिक्षा सचिव कृष्ण कुमार ने निजी स्कूलों के विद्यार्थियों पर सेंधमारी करने की पूरी तैयारी कर ली। सरकारी स्कूलों में बच्चे दाखिल करवाने के लिए टीचर्स को एसीआर में अंक देने का ऑफर दिया है और खुद स्कूलों में जाकर विद्यार्थियों की संख्या बढ़ाने वाले टीचर्स को शाबाशी दे रहे हैं। शिक्षा सचिव कृष्ण कुमार ने जिला शिक्षा अधिकारियों को साफ कह दिया कि हर हाल में सरकारी स्कूलों में विद्यार्थियों की संख्या में बढ़ोतरी करनी है। शिक्षा सचिव ने बाकायदा इसके लिए सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को टारगेट भी थमा दिए। पूरे प्रदेश के सरकारी स्कूलों में विद्यार्थियों की संख्या में दस फीसद का इजाफा करने का लक्ष्य रखा गया है। सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को अपने-अपने जिलों में 10 फीसद गिनती बढ़ानी होगी। इस सब के बीच विभाग का सबसे ज्यादा फोकस प्री प्राइमरी कक्षाओं में विद्यार्थियों को दाखिल करवाने पर है।
शिक्षा सचिव की तरफ से जिला शिक्षा अधिकारियों को क्लास वाइज टारगेट दिए गए हैं। हर क्लास में जिला स्तर पर टारगेट के मुताबिक 10 फीसद बढ़ोतरी कर सरकारी स्कूलों में विद्यार्थियों की कुल संख्या 50 लाख के पार पहुंचाना है, जबकि वर्तमान में यह संख्या 40 लाख के करीब है। शिक्षा सचिव ने अपने आदेशों में कहा है कि यह दाखिले का वक्त है और इसी समय विद्यार्थी एक स्कूल छोड़ दूसरे स्कूल में जाते हैं। जिला शिक्षा अधिकारी स्कूल प्रिंसिपलों व मुख्य अध्यापकों के जरिए अलग-अलग तरह की गतिविधियां करवाएं और लोगों को सरकारी स्कूलों में मिलने वाली सुविधाओं व नए इंफ्रास्ट्रक्चर के बारे में जानकारी दें, ताकि लोग निजी स्कूलों के बजाय अपने बच्चों को सरकारी स्कूलों में पढ़ाएं। जिला शिक्षा अधिकारी स्वर्णजीत कौर ने बताया कि है कि स्कूलों में दाखिले की प्रक्रिया चल रही है और टीचर्स इसके लिए काफी मेहनत कर रहे हैं। निश्चित तौर पर लक्ष्य को हासिल कर लिया जाएगा।
यह है जिलावार टारगेट
- प्री प्राइमरी कक्षाओं में अभी तक सरकारी स्कूलों में 212649 विद्यार्थी पढ़ रहे हैं। इनकी संख्या 244547 करने का लक्ष्य रखा गया है।
- पहली से पांचवीं कक्षा तक सरकारी स्कूलों में 847437 विद्यार्थी हैं। इनकी संख्या बढ़ाकर 932181 करने का लक्ष्य है।
- छठी से दसवीं कक्षा तक 944907 विद्यार्थी हैं। इनकी संख्या 1083398 करने का लक्ष्य रखा गया है।
- सीनियर सेकेंडरी कक्षाओं में 2332625 विद्यार्थी हैं जिनकी संख्या 2682519 करने का लक्ष्य रखा गया है।
निजी स्कूलों से बच्चे लाने पर टीचर्स को एसीआर में मिलेंगे नंबर
शिक्षा विभाग ने इस बार सालाना गुप्त रिपोर्ट एसीआर में उन टीचर्स को विशेष अंक देने की बात कही है जो निजी स्कूलों के विद्यार्थियों का दाखिला सरकारी स्कूलों में करवाएंगे। इसके लिए विभाग की तरफ 10 अंक दिए जाने का प्रावधान रखा गया है। इसलिए टीचर्स ने भी निजी स्कूलों के विद्यार्थियों को अपने स्कूलों में दाखिल होने के लिए प्रेरित कर रहे हैं।
सोशल मीडिया पर प्रचार में जुटे स्कूल टीचर्स
सूबे में सरकार की तरफ से 261 स्कूलों को स्मार्ट बनाया गया है, जबकि टीचर्स ने अपने तौर पर 4000 के करीब स्कूलों को स्मार्ट बना दिया है। अब टीचर्स सोशल मीडिया के जरिए और बैनर लगाकर अपने स्कूलों का प्रचार प्रसार करने में जुटे हैं। यहां तक कि विभाग ने अपनी वेबसाइट के होम पेज पर भी स्मार्ट स्कूलों की फोटोज चला रहा है। सोशल मीडिया पर टीचर्स सरकार की तरफ से दी जाने वाली सुविधाओं के बारे में भी बता रहे हैं।