डाइंग यूनिट के उद्यमियों की दादागिरी, प्लाट में छोड़ दिया केमिकल वाला पानी
डाइंग यूनिट के उद्यमी अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे। अब तो खुलेआम कानून की धज्जियां उड़ा रहे हैं।
जागरण संवाददाता, लुधियाना : डाइंग यूनिट के उद्यमी अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे। अब तो खुलेआम कानून की धज्जियां उड़ा रहे हैं। पहले डाइंगों का केमिकल वाला पानी सीवरेज में डाल रहे थे। अब उन्होंने प्लाटों में केमिकल वाला पानी छोड़ना शुरू कर दिया। यह मामला तब सामने आया जब वीरवार को विधायक संजय तलवार नगर निगम अफसरों के साथ ताजपुर रोड पर सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट का जायजा लेने पहुंचे। इस दौरान प्लाटों में जमा केमिकल वाला पानी देख विधायक तिलमिलाए और उन्होंने निगम अफसरों को तुरंत इस पर कार्रवाई के आदेश दिए। ताजपुर रोड जैन कांप्लेक्स में बनी कुछ डाइंगों के मालिक पहले केमिकल युक्त पानी सीवरेज में डाल रहे थे, जिसकी वजह से आसपास के इलाकों में सीवरेज की समस्या पैदा हो गई थी। निगम अफसरों ने जांच की तो पता चला कि डाइंग उद्यमी मंजूरी से ज्यादा और बिना ट्रीट किए हुए केमिकल वाला पानी सीवरेज में डाल रहे थे। विधायक ने निगम अफसरों से उन डाइंगों के सीवरेज कनेक्शन बंद करवा दिए थे। डाइंगों का पानी सीवरेज में आना बंद हुआ तो डाइंग उद्यमियों ने खाली प्लाटों में केमिकल वाला पानी छोड़ना शुरू कर दिया, जिससे खाली प्लाट छप्पड़ में तब्दील हो गए। बुड्ढे नाले में भी जा रहा है रंगीन पानी
विधायक ने जब इलाके का दौरा किया तो यह भी मामला सामने आया कि डाइंगों का रंगीन पानी अंडर ग्राउंड पाइप के जरिए सीधे बुड्ढा दरिया में छोड़ा जा रहा है। विधायक ने निगम अफसरों से कारण पूछा तो वह कोई जवाब नहीं दे सके। बाद में अफसरों ने कहा कि यहां से एसटीपी तक एक सीवरेज लाइन डाली गई थी। लाइन कूड़ा डंप के नीचे आने से कई साल उसकी सफाई नहीं हो सकी। इस लाइन के चैंबर को जगह-जगह तोड़ा गया है। इसी वजह से यह पानी सीधे नाले में जा रहा है। निगम ने पीपीसीबी को भेजी रिपोर्ट, कार्रवाई की सिफारिश
नगर निगम जोन बी के ओएंडएम सेल के एक्सईएन रणबीर सिंह ने पंजाब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को लेटर लिखकर कर खाली प्लाटों में केमिकल वाला पानी छोड़ने वाली डाइंग यूनिटों के खिलाफ कार्रवाई करने की सिफारिश की। रणबीर सिंह ने बताया कि खाली प्लाट में केमिकल युक्त पानी छोड़ने से जहां आम लोगों को दिक्कतें होंगी वहीं भूजल भी दूषित हो रहा है। एसटीपी चालू फिर भी सीवरेज जाम
संजय तलवार ने नगर निगम अफसरों के साथ वार्ड 15 के इलाके में सीवरेज जाम की समस्या का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने एसटीपी का भी जायजा लिया। एसटीपी चल रहा था इसके बावजूद इलाके में सीवरेज जाम था। संजय तलवार ने निगम अफसरों को फिर से सीवरेज की बारीकी से जांच करने के आदेश दिए। भ्रष्ट अफसरों की शय पर हो रहा है काम : विधायक संजय तलवार
विधायक संजय तलवार का कहना है कि पंजाब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अफसर अब तक निगम के पाले में गेंद डाल रहे थे। उन्होंने कहा कि अब निगम अफसरों ने कनेक्शन बंद कर दिए तो पीपीसीबी के अफसर चुप क्यों बैठे हैं? उन्होंने कहा कि तीन डाइंग यूनिट ऐसी हैं जिन्हें निगम ने परमिशन नहीं दी है उसके बावजूद प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अफसरों ने उन्हें सीवरेज में पानी गिराने की परमिशन दी है, जिससे साफ है कि अफसरों की मिली भगत से यह सब कुछ हो रहा है। उन्होंने साफ कर दिया कि किसी भी भ्रष्ट अफसर को बख्शा नहीं जाएगा। खाली प्लाटों में अगर डाइंगों पानी छोड़ा जा रहा है तो यह कानूनन जुर्म है। जैसे ही निगम का लेटर आता है इस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
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राहों रोड पर भी डाइंगों का पानी सीवरेज में आने की वजह से जाम हो गया था। बड़ी मशक्कत के बाद भी सीवरेज नहीं खोला जा सका। उसके बाद यह खुलासा हुआ था कि डाइंग यूनिट मंजूरी से ज्यादा पानी सीवरेज में डाल रहे हैं। अब विधायक संजय तलवार ने जोन ए के अफसरों से सर्टिफिकेट मांगा था कि डाइंगों का पानी सीवरेज में नहीं आ रहा है। अफसरों को यह सर्टिफिकेट सोमवार को देना था, लेकिन विधायक विधानसभा सत्र में होने की वजह से अफसरों से जवाब तलबी नहीं कर पाए। विधायक ने कहा कि अब वह चार सितंबर को होने वाली निगम सदन की बैठक में अफसरों की खिंचाई करेंगे। कैंसर का कारण बन सकता है यह पानी
आइएमए के पूर्व प्रधान डॉ. राजकुमार का कहना है कि केमिकल युक्त पानी खुले प्लाटों में छोड़ने से जहां लोगों को स्किन से संबंधित बीमारियां हो सकती हैं वहीं यह पानी अगर पीने के पानी के साथ मिक्स हो गया तो इससे कैंसर जैसी बीमारी भी हो सकती है। इसके अलावा यह पानी जमीन में रिसकर ग्राउंड वाटर को भी दूषित करेगा। उस दूषित पानी को अगर कोई पीता है तो उसे भी कैंसर जैसे रोग हो सकते हैं।