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सर्वे में हुआ खुलासाः लुधियाना के सिर्फ 43 फीसद लोगों ने ही करवाया बीमा

मैक्स लाइफ इंश्योरेंस ने खुलासा किया है कि लुधियाना की सिर्फ 43 फीसदी आबादी के पास ही जीवन बीमा है जो इसे देश में सबसे कम बीमा वाला शहर बनाता है।

By Vipin KumarEdited By: Published: Thu, 11 Apr 2019 03:58 PM (IST)Updated: Fri, 12 Apr 2019 08:23 AM (IST)
सर्वे में हुआ खुलासाः लुधियाना के सिर्फ 43 फीसद लोगों ने ही करवाया बीमा
सर्वे में हुआ खुलासाः लुधियाना के सिर्फ 43 फीसद लोगों ने ही करवाया बीमा

शंकर सिंह, चंडीगढ़। मैक्स लाइफ इंश्योरेंस ने खुलासा किया है कि लुधियाना की सिर्फ 43 फीसदी आबादी के पास ही जीवन बीमा है, जो इसे देश में सबसे कम बीमा वाला शहर बनाता है। मैक्स लाइफ और कंतार आईएमआरबी द्वारा करवाए गए इंडिया प्रोटेक्शन कोशेंट सर्वे के अनुसार, 21 प्रोटेक्शन कोशेंट के साथ लुधियाना देश में सबसे पीछे है, जबकि शहरी भारत के लिए राष्ट्रीय औसत 35 प्रोटेक्शन कोशेंट है। इस तीन आयामी सर्वे में पॉलिसी खरीदते समय पॉलिसी धारकों की लाइफ इंश्योरेंस यानी जीवन बीमा व टर्म इंश्योरेंस संबंधी जागरूकता, बीमा स्वामित्व और इसे खरीदते समय मुख्य चिंता, प्राथमिकताएं और उन बातों का अध्ययन किया गया जिन्हें ध्यान में रखकर लोग बीमा खरीदते हैं। 

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लाइफ इंश्योरेंस व टर्म इंश्योरेंस को लेकर लोगों में नहीं है जागरूकता
मैक्स लाइफ इंश्योरेंस के डायरेक्टर और चीफ मार्केटिंग ऑफिसर आलोक भान ने बताया कि इंडिया प्रोटेक्षन सर्वे में खुलासा हुआ है कि लाइफ इंश्योरेंस व टर्म इंश्योरेंस को लेकर जागरूकता और बीमा खरीदने के मामले में लुधियाना देश में सबसे पीछे है। पैतृक संपत्ति व कारोबार मिलने के कारण लोगों में वित्तीय सुरक्षा की भावना काफी मजबूत है और इसलिए लोग लंबी अवधि की बचत योजनाओं और बीमा योजनाओं में कम निवेश करते हैं। ऐसा शहर जिसकी जड़ें उद्योगों से जुड़ी हैं वहां लोगों के जीवन में आई आर्थिक प्रगति लाइफ इंश्योरेंस खरीदारी में नहीं झलकती है, जो उनके करीबी लोगों को वित्तीय सुरक्षा मुहैया करा सकती है। लोग प्रीमियम को भविष्य के लिए परिवार को आर्थिक तौर पर सुरक्षित करने के निवेश के तौर पर देखने की बजाय अतिरिक्त खर्च मानते हैं। इस सर्वे के नतीजों का इस्तेमाल कर उपभोक्ताओं को जागरुक बनाने की शुरूआत की जा सकती है और इस तरह आर्थिक तौर पर सुरक्षित परिवार व देश बनाया जा सकता है। 

25-55 वर्ष आयुवर्ग के लोगों पर हुआ सर्वे
कंपनी ने देश के 15 शहरों में 4500 लोगों पर सर्वे किया। जिसमें हर राज्य से 300 लोगों पर सर्वे किया गया। इसमें 25 से 55 आयु वर्ग के लोगों को रखा गया। इसके अलावा सर्वे से जुड़े सभी लोग 2 लाख या इससे अधिक की इंकम पाते हैं।

गंभीर बीमारियों से निपटने के लिए आर्थिक तौर पर तैयार नहीं है शहर
कम संख्या में लोगों के पास लाइफ इंश्योरेंस होने के कारण 38 फीसदी उत्तर भारतीयों को लगता है कि गंभीर बीमारी की स्थिति में उनकी बचत एक साल से अधिक के इलाज के लिए पर्याप्त नहीं है। सर्वे में खुलासा हुआ है कि लुधियाना में लोगों को गंभीर बीमारी पर होने वाले खर्च की जानकारी नहीं है और वे स्वास्थ्य संबंधी संकट से निपटने के लिए तैयार नहीं हैं। लुधियाना में करीब 90 फीसदी परिवार ऐसे हैं जहां अगर आजीविका कमाने वाले व्यक्ति को कुछ हुआ तो परिवार के सदस्यों को उनकी जीवनशैली में बड़े स्तर पर समझौता करना पड़ेगा। 


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