लुधियाना सेंट्रल जेल में कैदियों के लिए वैवाहिक यात्रा शुरू, एक घंटा जीवनसाथी से कर सकेंगे मुलाकात
जेल सुपरिटेंडेंट शिवराज सिंह नंदगढ़ ने बताया कि यह सुविधा केवल उन कैदियों को दी जाएगी जो जेल में अच्छे आचरण का प्रदर्शन करेंगे। ऐसे कैदियों को तीन महीने में एक बार अपने जीवन साथी के साथ समय बिताने के लिए वैवाहिक मुलाकात की पेशकश की जाएगी।
जागरण संवाददाता, लुधियाना। सेंट्रल जेल में बंद कैदियों के पुनर्वास को सुनिश्चित करने, उनके वैवाहिक बंधन को बनाने और सजा के दुष्प्रभाव को खत्म करने के लिए सरकार की तरफ से एक पहल की गई है। इसी के तहत लुधियाना सेंट्रल जेल में बंद कैदियों के लिए वैवाहिक मुलाकात (Conjugal Visits) की सुविधा शुरू की गई है। इसके तहत वो अपने जीवन साथी के साथ एक कमरे में आमने सामने एक घंटा तक मुलाकात कर सकते हैं।
जीवन साथी के साथ समय बिताने के लिए वैवाहिक मुलाकात
जेल सुपरिटेंडेंट शिवराज सिंह नंदगढ़ ने बताया कि यह सुविधा केवल उन कैदियों को दी जाएगी, जो जेल में अच्छे आचरण का प्रदर्शन करेंगे। इसके साथ ही सजा के दौरान सभी नियमों का पालन करेंगे। ऐसे कैदियों को तीन महीने में एक बार अपने जीवन साथी के साथ समय बिताने के लिए वैवाहिक मुलाकात की पेशकश की जाएगी।
इन कैदियों को नहीं मिलेगी यह सुविधा
उन्होंने बताया कि मंगलवार को जेल में 4 कैदियों ने इस सुविधा का लाभ उठाया। उन्होंने कहा कि अपराधी, गैंगस्टर, उच्च जोखिम वाले कैदी और दहेज के मामलों में सजा काट रहे कैदियों को यह सुविधा नहीं दी जाएगी।नंदगढ़ ने बताया कि जेल में बंद कैदियों को प्रबंधन से फार्म भरवाने पड़ते हैं। उसके बाद वेरिफिकेशन की जा रही है।
एचआइवी समेत अन्य जरूरी टेस्ट किए जा रहे
अर्जी को हरी झंडी मिलने के बाद ही उनकी वैवाहिक मुलाकात का प्रबंध किया जा रहा है। जेल के मेडिकल स्टाफ की तरफ से एचआइवी समेत अन्य जरूरी टेस्ट भी किए जा रहे हैं। जेल सुपरिटेंडेंट ने कहा कि इस सुविधा का उदेश्य कैदियों को मुख्य धारा में लाना है।
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