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ऑनलाइन ठगी से बचाने के लिए पुलिस ने छेड़ा अभियान, सोशल मीडिया पर लोगों कर रही जागरूक

ऑनलाइन ठगी करने वालों से बचाव के लिए पुलिस ने जागरूकता अभियान शुरू किया है। पुलिस की ओर पंफलेट लोगों तक पहुंचाया जा रहा है, जिस पर लोगों को ठगी से बचने के तरीके बताए जा रहे हैं।

By Edited By: Published: Mon, 17 Dec 2018 08:30 AM (IST)Updated: Mon, 17 Dec 2018 10:51 AM (IST)
ऑनलाइन ठगी से बचाने के लिए पुलिस ने छेड़ा अभियान, सोशल मीडिया पर लोगों कर रही जागरूक
ऑनलाइन ठगी से बचाने के लिए पुलिस ने छेड़ा अभियान, सोशल मीडिया पर लोगों कर रही जागरूक

जेएनएन, लुधियाना। ऑनलाइन ठगी करने वाले नौसरबाजों से बचाव के लिए पुलिस ने जागरूकता अभियान शुरू किया है। पुलिस की ओर से पंजाबी में लिखा पंफलेट सोशल मीडिया से लोगों तक पहुंचाया जा रहा है, जिस पर लोगों को ठगी से बचने के तरीके बताए जा रहे हैं। सबसे ज्यादा ठगी इंश्योरेंस, लॉटरी और इनाम निकालने के नाम पर होती है। फेक फोन कॉल के माध्यम से लोगों को इंश्योरेंस दिलाने के नाम पर पैसे बैंक में जमा करवाए जाते हैं और लॉटरी निकलने की बात कहकर भी ऐंठे जा रहे हैं।जांच में सामने आया है इस तरह से फर्जी ढंग से ठगी करने वाले गिरोह शिलांग और लखनऊ के अलावा दिल्ली और मुंबई में बैठे हैं जो लोगों को मूर्ख बना बैंक में पैसे जमा करवा लूट रहे हैं।

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अब तक आई 800 शिकायतें

पुलिस के साइबर सेल के पास अब तक 800 शिकायतें आ चुकी हैं, जिनमें से बहुत ज्यादा संख्या इस तरह से ऑनलाइन ठगी के मामलों की है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि इस तरह के केस ट्रेस तो हो जाते हैं, मगर आरोपितों को गिरफ्तार करना मुश्किल होता है। क्योंकि वह बार-बार शहर बदलते रहते हैं।

इनसे हो चुकी 19 लाख की ठगी

शहर के साइकिल पा‌र्ट्स बनाने वाले कारोबारी मनोहर लाल बेदी से इंश्योरेंस के पैसे देने के नाम पर 19 लाख रुपये की ठगी हो चुकी है। ठगों ने फोन पर संपर्क किया था और उसे विश्वास दिलाने के लिए उसे रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया का पेमेंट गारंटी लेटर (पीजीएल) की भी वाट्सएप पर भेज दिया।पुलिस कारोबारी की शिकायत पर थाना डिवीजन 6 में आपराधिक मामला भी सितंबर माह में दर्ज कर चुकी है, मगर आरोपितों की गिरफ्तारी नहीं हुई है। उसे फोन पर बताया गया था कि उसकी बैंकों की इंश्योरेंस के 1 करोड़ 66 लाख रुपये पड़े हैं। वह यह पेमेंट मार्च तक ही ले सकते हैं और इसके लिए उससे अलग-अलग समय पर बैंकों के माध्यम से 19 लाख रुपए ले लिए गए।

ठगी से बचाने के लिए चलाया अभियान: लांबा

स्पेशल ब्रांच एडीसीपी सुरिंदर लांबा का कहना है कि हम चाहते हैं कि लोग इस तरह से ठगी का शिकार न हों। इसलिए जागरुकता अभियान चलाया जा रहा है। हमने हाल ही में एक पोस्टर बनाकर फेसबुक और वाट्सएप के जरिए लोगों तक पहुंचा है, जिसमें बताया गया है कि कैसे इस तरह के ठगों से बचा जा सकता है।

ऑनलाइन ठगी के बढ़ रहे मामले: राजेश

साइबर सेल लुधियाना के प्रभारी इंस्पेक्टर राजेश कुमार का कहना है कि लगातार बढ़ रहे ऑनलाइन ठगी के मामले शहर में ऑनलाइन ठगी के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। सप्ताह में दो से  तीन शिकायत इसी तरह की आ रही हैं। इससे वर्क लोड़ भी बढ़ता है और लोग भी परेशान होते हैं। इस लिए हमने ठगी से बचाने के लिए लोगों को जागरूक करने की योजना शुरू की है।

ऑनलाइन ठगी से इस तरह से बचें

- अगर आपको आरबीआइ से ज्यादा ब्याज स्कीम के लिए फोन आता है तो तुरंत इसकी सूचना पुलिस के साइबर सेल के पास दर्ज करवाएं।

- ईमेल के जरिए अगर बैंक से मिलती जुलती आईडी से कोई लिंक आए और उस पर क्लिक को कहा जाए तो ऐसा कभी नहीं करें।

- इंश्योरेंस एजेंट बनकर लुभावनी स्कीम बताएं तो इसकी जानकारी पुलिस को दें और कभी उसके कहने पर पैसे जमा नहीं करवाएं।

- ठग इंश्योरेंस एजेंट बनकर लोगों से संपर्क करते हैं और कहते हैं कि आपकी इंश्योरेंस पॉलिसी पूरी हो गई है, पहले कुछ पैसे जमा करवाओ फिर और पैसे मिलेंगे। ऐसे लोगों से सावधान रहें।


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