बदलते परिवेश में ब्राड और पेटेंट हुए अनिवार्य
जासं, लुधियाना:चैंबर ऑफ इंडस्ट्रियल एंड कमर्शियल अंडरटेकिंग्स के बैनर तले सीआइसीयू भवन में ब्रांड एवं ट्रेडमार्क पर सेमिनार आयोजित किया गया।
जासं, लुधियाना:चैंबर ऑफ इंडस्ट्रियल एंड कमर्शियल अंडरटेकिंग्स के बैनर तले सीआइसीयू भवन में ब्रांड एवं ट्रेडमार्क पर सेमिनार का आयोजन किया गया। विषय के माहिरों ने उद्यमियों एवं एग्जिक्यूटिव्स को ट्रेडमार्क की अनिवार्यता एवं बेहतर मार्केटिंग के लिए उत्पादों के पेटेंट का महत्व समझाया। माहिरों ने कहा कि विश्व एक ग्लोबल विलेज में बदल चुका है। घरेलू एवं ओवरसीज मार्केट में प्रतिस्पर्धा बढ़ रही है। साफ है कि ब्राड को बना कर ही बाजार की चुनौतियों का मुकाबला किया जा सकता है।
इसका शुभारंभ प्रधान उपकार सिंह आहूजा ने किया। उपकार ने कहा कि बदलते परिवेश में बाजार की चुनौतियों का मुकाबला करने के लिए ब्राड का आजकल महत्व बढ़ रहा है। दूसरे उपभोक्ता भी ब्राड को लेकर जागरूक हो रहे हैं, साफ है कि ब्राडेड उत्पादों का बाजार बढ़ रहा है। उद्यमी अपना ब्राड स्थापित करने में करोड़ों रुपये खर्च कर रहे हैं। लेकिन कई बार फर्जी उत्पाद ब्रांड की साख को खत्म कर सकते हैं। नतीजतन उत्पाद का पेटेंट करना और ट्रेडमार्क हासिल करना अब ज्यादा महत्वपूर्ण हो गया है। इससे ब्राड को संरक्षण मिलता है। उन्होंने कहा कि इस तकनीक से आने वाले दिनों में बाजार का परिवेश बदल जाएगा। इससे युवाओं को रोजगार मिलने की भी प्रबल संभावना है। ब्राडेड उत्पादों का बाजार बढ़ने से आने वाले दिनों में भारतीय अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी। एडवोकेट सिमरत कौर ने ट्रेडमार्क, पेटेंट, इंटलेक्चुअल प्रॉपर्टी कानूनों के बारे में उद्यमियों को बताया और उनके सवालों के जवाब भी दिए। इस सेमिनार में कई कंपनियों के एग्जिक्यूटिव विशेष तौर पर मौजूद थे।