Ludhiana Kidnapping Case: ड्राइवर हरजिंदर गिरफ्तार, बड़ा खुलासा- पहले उद्यमी पंकज गुप्ता का अपहरण करने की रची थी साजिश
मोगा पुलिस ने लुधियाना में उद्यमी पंकज गुप्ता के बेटे विनम्र का अपहरण करने वाले ड्राईवर सहित दो लोगों को गिरफ्तार कर अपहरण की साजिश का पर्दाफाश कर दिया है। आरोपितों ने एक दिसंबर को बच्चे को अगवा कर चार करोड़ रुपये की फिरौती मांगी थी।
मोगा, [सत्येन ओझा/राज कुमार राजू]। लुधियाना के बड़े उद्यमी पंकज गुप्ता के बेटे का अपहरण कर चार करोड़ रुपये की फिरौती मांगने के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। आरोपित ड्राइवर हरिंदरपाल सिंह पहले उद्यमी पंकज गुप्ता का ही अपहरण करना चाहता था। जब उन्हें निशाना नहीं बनाया जा सका तो आरोपितों ने बेटे पर दांव खेला। मोगा पुलिस ने आरोपित ड्राईवर हरजिंदर पाल सिंह सहित दो लोगों को गिरफ्तार कर अपहरण की साजिश का पर्दाफाश कर दिया है।
अपहरण की पूरी योजना को पांच लोगों के गैंग ने अंजाम दिया था। पहले खुद पंकज गुप्ता को अपहृत करने की साजिश रची गई थी, लेकिन पंकज गुप्ता की बैक प्रॉब्लम की वजह से गैंग का दांव नहीं लग सका। कई बार उनका अपहरण की कोशिश की गई। बाद में गैंग ने योजना बदलकर उनके लड़के विनम्र का अपहरण कर लिया। अपहर्ताओं को बच्चे को लेकर फिरोजपुर पहुंचना था, लेकिन पुलिस के मिले अलर्ट के बाद मोगा पुलिस ने अपहर्ताओं को मोगा में ही उलझाकर बच्चे को सही सलामत मुक्त करा लिया था। एसएसपी हरमनबीर सिंह गिल ने बताया कि अपहरण की साजिश को अंजाम देने वाला मास्टरमाइंड अभी फरार है। अब तक इस मामले में तीन लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं। मास्टरमाइंड सहित दो लोग अभी फरार हैं।
क्या था मामला, जानें
एसएसपी हरमनबीर सिंह गिल ने बताया कि लुधियाना के बड़े उद्यमी पंकज गुप्ता के परिवार के लोगों ने एक दिसंबर को दो साल के विनम्र को अपने ड्राईवर हरजिंदर पाल सिंह के साथ गेड़ी मारने भेजा था। हरजिंदर पहले ही बच्चे के अपहरण की साजिश रच चुका था, मौका मिलते ही उसने विनम्र को अपने गैंग के दूसरे साथियों के हवाले कर दिया। बच्चे का अपहरण उसी की सफेद रंग की स्विफ्ट डिजायरसे किया गया था।
मांगी थी चार करोड़ रुपये की फिरौती
बाद में आरोपितों ने बच्चे को छोड़ने के एवज में उद्यमी से चार करोड़ रूपये की फिरौती मांगी थी। एसएसपी ने बताया कि अपहरण की सूचना मिलते ही लुधियाना पुलिस ने आरोपितों के मोबाइल फोन ट्रैस करना शुरू कर दिए थे, जिसके आधार पर पुलिस को पता चल गया था कि अपहृत को ये लोग मोगा होते हुए फिरोजपुर लेकर आएंगे, वहीं उनको रुकना था।
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बच्चे को लेकर फिरोजपुर पहुंचना था...
ड्राइवर हरजिंदर पाल सिंह बच्चे को लेकर घटना वाले दिन पहले मोगा के कस्बा कोट ईसे खां पहुंचा जहां उसने अपने दो साथियों लाल सिंह पुत्र शमशेर सिंह निवासी मल्लू बानिया हाल आबाद कोट ईसे खां व दूसरा सुखदेव सिंह उर्फ सुक्खा पुत्र धन्ना सिंह निवासी जलालाबाद फाजिल्का से मिला। इन तीनों को बच्चे के साथ फिरोजपुर पहुंचना था। इस बीच जैसे ही मोगा पुलिस को अलर्ट मिला, पुलिस सक्रिय हुई, फोन कॉल पर लगातार ट्रैस होने के कारण मोगा पुलिस को पता चल गया कि आरोपित कोट ईसे खां क्षेत्र में है, इसी सूचना के आधार पर पुलिस ने आरोपितों की घेराबंदी कर दी थी।
पुलिस को घेरा पड़ते देख तीनों आरोपित स्विफ्ट कार वहीं छोड़कर लाल सिंह की सिल्वर रंग की पोलो गाड़ी फिरोजपुर जाने की तैयारी करने लगे लेकिन फिरोजपुर जाते समय डगरू रेलवे फाटक पर पुलिस की नाकाबंदी में बच्चे को कार में छोड़कर फरार हो गए। बच्चा विनम्र के मुक्त होने पर पुलिस ने उसी दिन लुधियाना के एडीसीपी जसकरणजीत सिंह को सौंप दिया था।
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