आगनबाड़ी सेंटरों को वापस नहीं मिले प्री नर्सरी के बच्चे
-शिक्षा विभाग और महिला एवं बाल विकास विभाग के अफसरों में हुआ था बच्चों को लौटाने का समझौता -सरकार
-शिक्षा विभाग और महिला एवं बाल विकास विभाग के अफसरों में हुआ था बच्चों को लौटाने का समझौता
-सरकार के खिलाफ फिर से आंदोलन करने की तैयारी में जुटीं आंगनबाड़ी मुलाजिम
राजेश भट्ट, लुधियाना
प्री प्राइमरी कक्षाओं पर एक बार फिर से आंगनबाड़ी वर्कर और शिक्षा विभाग आमने-सामने हो गए। आंगनबाड़ी वर्कर सरकारी प्राइमरी स्कूलों में प्री प्राइमरी कक्षाओं के विद्यार्थियों को ले जा रही हैं तो टीचर उन्हें लौटा रहे हैं। आंगनबाड़ी मुलाजिमों ने चेतावनी दी है कि उनके सेंटरों के विद्यार्थी अगर उन्हें वापस नहीं लौटाए गए तो मुलाजिम फिर से सड़कों पर आने को मजबूर होंगे। सरकारी स्कूलों में प्री प्राइमरी कक्षाएं शुरू किए जाने के विरोध में आंगनबाड़ी मुलाजिमों ने लंबे समय तक आंदोलन किया और आखिर में दोनों विभागों में समझौता हुआ। आंगनबाड़ी मुलाजिम यूनियन की राष्ट्रीय प्रधान उषा रानी का कहना है कि शिक्षा विभाग के अफसरों ने करार के मुताबिक काम नहीं किया। उन्होंने बताया कि करार में तय हुआ था कि आंगनबाड़ी सेंटरों को बच्चे लौटाए जाएंगे लेकिन टीचर उन्हें बच्चे नहीं लौटा रहे। उन्होंने कहा कि करार के मुताबिक कोई टीचर या वॉलंटियर बच्चों को पढ़ाने नहीं आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस संबंध में शिक्षामंत्री, स्त्री एवं बाल विकास विभाग की मंत्री को भी अवगत करा चुके हैं। उन्होंने कहा कि 17 जनवरी को दिल्ली रैली के बाद एक बार फिर से प्री प्राइमरी स्कूलों के खिलाफ मोर्चा खोला जाएगा।
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दोनों विभाग के डायरेक्टर्स में हुआ था समझौता
-सभी आंगनबाड़ी सेंटरों को प्राइमरी स्कूलों में ही चलाया जाएगा और जिन बच्चों का दाखिला प्री प्राइमरी कक्षा में दर्ज किया जाएगा उनका नाम आंगनबाड़ी सेंटर में भी रहेगा दर्ज।
-स्त्री एवं बाल विकास विभाग व शिक्षा विभाग मिलकर सभी आंगनबाड़ी सेंटरों को प्राइमरी स्कूलों में शिफ्ट करने का प्रयास करेंगे। तब तक जो आंगनबाड़ी केंद्र स्कूलों से बाहर होंगे उनमें बच्चों को पढ़ाने के लिए शिक्षा विभाग के वॉलंटियर जाएंगे।
-प्री प्राइमरी स्कूल खुलने से कोई भी आंगनबाड़ी सेंटर बंद नहीं किया जाएगा।
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10 फीसदी बच्चे ही रह गए आंगनबाड़ी सेंटरों में
यूनियन की प्रदेश महासचिव सुभाष रानी का कहना है कि आंगनबाड़ी सेंटर खाली हो चुके हैं। उन्होंने बताया कि आंगनबाड़ी सेंटरों में महज 10 फीसदी बच्चे ही रह गए। जबकि कई सेंटर पूरी तरह खाली हो चुके हैं। उन्होंने कहा कि टीचर ई स्कूल पंजाब में बच्चों के नाम दर्ज किए जाने का हवाला देकर आंगनबाड़ी सेंटरों के बच्चों को नहीं लौटा रहे हैं।
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समझौता हुआ है कि सभी आंगनबाड़ी सेंटर प्राइमरी स्कूलों में शिफ्ट किए जाएंगे। बच्चे स्कूलों के साथ साथ आंगनबाड़ी सेंटरों में भी दर्ज होने हैं। शर्तो के मुताबिक ही काम किया जा रहा है। शिक्षा विभाग प्री प्राइमरी कक्षाएं शुरू करने के लिए प्रतिबद्ध है और इस प्रोजेक्ट पर पूरी तरह से काम किया जा रहा है।
-इंद्रजीत सिंह, डीपीआई एलीमेंटरी पंजाब।