16 बुजुर्गो को सेवा केंद्र से निकाला, गोदाम में ली शरण
बिंदु उप्पल, जगराओं गुरुसर सुधार के नजदीक अब्बूवाल रोड पर स्थित 'मनुखी सेवा उत्तम सेवा' संस्था के
बिंदु उप्पल, जगराओं
गुरुसर सुधार के नजदीक अब्बूवाल रोड पर स्थित 'मनुखी सेवा उत्तम सेवा' संस्था के भाई घनैया सेवा संभाल केंद्र में रह रहे 16 बुजुर्गो को देर रात निकाल दिया गया। इसकी जानकारी मिलते ही ग्रामीणों में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में प्रशासन ने जांच टीम गठित करके जांच शुरू कर दी है। हालांकि, संस्था के ही उप प्रधान ने सभी बुजुर्गो को अपने गोदाम में शरण दे दी है, लेकिन सुबह होते ही सभी बुजुर्ग गोदाम से बाहर खुले आसमान तले आ जाते हैं।
दरअसल, 'मनुखी सेवा उत्तम सेवा' संस्था में काफी दिनों से अंदरुनी विवाद चल रहा था। इस बीच आरोप है कि संस्था के प्रधान ब्रह्ममंदीप सिंह सिद्धु ने शुक्रवार देर सायं करीब आठ बजे केंद्र में रह रहे 16 बुजुर्गो को निकाल दिया। हालांकि, मौके पर ही संस्था के उपप्रधान नरिंदर सिंह लाडी ने उन्हें अब्बूवाल गाव के एक गोदाम में ले जाकर शरण दी। इसके साथ ही गांव से लेकर प्रशासन तक हड़कंप मच गया। इलाके में संस्था की लोकप्रियता का आलम यह है कि उक्त संस्था में संत बलबीर सिंह सींचेवाल भी आ चुके हैं। उनके आने की प्रचार प्रसार संस्था के प्रबंधक व प्रधान सिद्धू व उपप्रधान नरिंदर सिंह लाडी ने सोशल मीडिया पर जोर-शोर से किया था। अब शुक्रवार देर रात घटित घटना के बाद लुधियाना के डिप्टी कमिश्नर प्रदीप अग्रवाल ने मामले को गंभीरता से लेते हुए एसडीएम रायकोट हिमांशु गुप्ता को जाच करने के निर्देश दिए। इसके बाद एसडीएम हिमाशु गुप्ता ने तहसीलदार भूपिंदर सिंह की विशेष ड्यूटी लगाई।
रविवार को तहसीलदार भूपिंदर सिंह व एसएमओ डॉ.नीना नाकरा ने जांच शुरू करते हुए संस्था के प्रबंधकों व बेसहारा लोगों से पूछताछ करते हुए सभी के बयान भी कलमबद्ध किए। साथ ही विवाद को दूर करने के लिए प्रबंधकों को सोमवार को पूरा रिकार्ड लेकर कार्यालय पहुंचने का निर्देश दिया।
एसएमओ डॉ.नीना नाकरा की टीम ने पीड़ित लोगों का मेडिकल चेकअप किया। इनमें से बुजुर्ग लाल सिंह जिला संगरूर व अशोक कुमार की हालात नाजुक होने पर लुधियाना सिविल अस्पताल रेफर कर दिया गया।
उधर, संस्था के प्रधान ब्रह्मदीप सिंह सिद्धू ने बताया कि उन्होंने नरिंदर लाडी को कमेटी से निकाल दिया था, क्योंकि वे मनमर्जी करते थे। बहरहाल, विवादों के बीच अधिकारियों के समक्ष प्रधान व उपप्रधान अपने बचाव का प्रयास करते दिखे।
तहसीलदार भूपिंदर सिंह ने बताया कि जाच के उपरात एसडीएम को रिपोर्ट सौपी जाएगी। डीएसपी हरपिंदर कौर ने कहा कि अभी पुलिस प्रशासन का कार्रवाई करने का कोई मामला नही बनता है। सिविल प्रशासन जो भी जिम्मेवारी सौपेगी, उसी के अनुसार कानूनी कार्रवाई किया जाएगा।