आपातकाल में व्यक्ति की जान बचाने के लिए सिखाया लाइफ सेविग मेथड
सीआइआइ ने मंगलवार को लाइफ सेविग मेथड्स पर एक इंटरेक्टिव सत्र आयोजित किया।
जासं, लुधियाना : डीएमसी अस्पताल के सहयोग से सीआइआइ ने मंगलवार को लाइफ सेविग मेथड्स पर एक इंटरेक्टिव सत्र आयोजित किया। यह बीएलएस (बेसिक लाइफ स्पोर्ट) और सीपीआर (कॉर्डियोपुलमनरी रिससिटेशन) पर आधारित था। सत्र में स्थानीय नागरिकों के साथ-साथ विभिन्न औद्योगिक क्षेत्रों में श्रमिकों के जीवन को बचाने के लिए जीवन-बचाने के ढंगों के बारे में प्रशिक्षण देने पर ध्यान केंद्रित किया गया।
कार्यक्रम के दौरान सीआइआइ पंजाब स्टेट काउंसिल के उपाध्यक्ष राहुल आहुजा ने कहा कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य प्राथमिक रूप से लुधियाना पुलिस अधिकारियों को जीवन रक्षा विधियों के बारे में प्रशिक्षण (प्रेक्टिकल जानकारी) प्रदान करना है जिसे आपातकाल के दौरान उपयोग किया जा सकता है। सीआइआइ लुधियाना जोनल काउंसिल अध्यक्ष बलदेव सिंह ने कहा कि पंजाब की बड़ी आबादी दूसरे राज्यों से आए लोगों की है। वित्तीय राजधानी के साथ एक औद्योगिक शहर होने के नाते लुधियाना में भरपूर चुनौतियां हैं। पुलिस अधिकारियों के साथ आज की बातचीत पुलिस और नागरिक दोनों की सुरक्षा के संबंध में बहुत महत्व रखती है।
पुलिस कमिश्नर राकेश अग्रवाल ने सीआइआइ की इस पहल की प्रशंसा करते हुए कहा कि आज का सत्र पुलिस को न केवल उद्योग को बचाने में मदद करेगा, बल्कि बड़े पैमाने पर लुधियाना को स्मार्ट सिटी बनाने में सहयोग करेगा। इससे लुधियाना और अधिक सुरक्षित होगा।
डीएमसी अस्पताल केक कंसल्टेंट एनेस्थीसिया और गहन देखभाल के डॉ. विवेक गुप्ता ने घोषणा की कि डीएमसी अस्पताल सीआइआइ के साथ मिलकर समाज के कल्याण के पक्ष में ऐसी पहल करने के लिए हमेशा तैयार है। उन्होंने डीएमसी अस्पताल के महासचिव प्रेम गुप्ता को भी धन्यवाद दिया, जिन्होंने उन्हें सीआइआइ के साथ सामूहिक रूप से काम करने का मौका दिया। 250 से अधिक पुलिस कर्मियों को ट्रैफिक जैकेट दिए
कार्यक्रम में 250 से अधिक पुलिस कर्मचारियों को ट्रैफिक जैकेट वितरित किए गए। उस दौरान पुलिस स्टेशन, पीसीआर, ट्रैफिक व अन्य विभागों में तैनात पुलिस कर्मी उपस्थित थे। कार्यक्रम में एसएस भोगल, नीरज सतीजा, अश्प्रीत सिंह साहनी, इंद्रजीत नागपाल, अतुल ढांडा, गुरप्रीत सिंह, राकेश कुमार, गुरनेह सिंह और मनमीत सिंह सिंह अन्य उपस्थित थे।