संत सम्मेलन में संतों ने लिया संकल्प, अयोध्या में ही राम मंदिर बनाएंगे
दाना मंडी से संतों ने शंखनाद किया कि राम जन्म स्थली एक ही है और मंदिर वहीं बनाएंगे। राम मंदिर राजनीति का नहीं, बल्कि लोगों के सम्मान एवं आस्था का मुद्दा है।
जेएनएन, लुधियाना। दाना मंडी से संतों ने शंखनाद किया कि राम जन्म स्थली एक ही है और मंदिर वहीं बनाएंगे। राम मंदिर राजनीति का नहीं, बल्कि लोगों के सम्मान एवं आस्था का मुद्दा है। जन्म स्थली में पहले मंदिर था, इसके कई स्तर पर सबूत मिल चुके हैं। अदालतों में यह मामला अनावश्यक तौर पर लंबा खिंच रहा है। ऐसे में सरकार शीघ्र ही संसद में ऑर्डिनेंस लॉ या कानून बना कर अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का रास्ता साफ करे। संतों ने देश के तमाम राजनीतिक दलों से अपील की कि इस मुद्दे पर राजनीति हरगिज न करें। संत रविवार को श्री राम जन्मभूमि सेवा समिति की ओर से दाना मंडी में आयोजित विराट संत सम्मेलन में बोल रहे थे। इस आयोजन से दाना मंडी राममय हो गई।
हजारों की संख्या में लोगों की मौजूदगी में संतों ने संकल्प लिया कि कसम राम की खाते हैं, मंदिर वहीं बनाएंगे। लोगों ने भी भगवान श्री राम के जयघोष से संतों के सुर में सुर मिलाए। स्वदेशी जागरण मंच के राष्ट्रीय संगठन मंत्री कश्मीरी लाल ने कहा कि संतों के आशीर्वाद से यह संग्राम अब महासंग्राम में बदल गया है। उन्होंने कहा कि इस मसले को सुप्रीम कोर्ट लगातार लेट कर रहा है और बातचीत अब हो नहीं सकती। क्योंकि कई दौर की बातचीत फेल हो चुकी है। जन्मस्थली में दो बार खुदाई हो चुकी है। मंदिर के प्रमाण मिल चुके हैं। ऐसे में बातचीत का कोई मतलब नहीं है।
कश्मीरी लाल ने कहा कि राम विरोधियों ने मुकदमों की सुनवाई रोकने के लिए भी पूरा जोर लगा दिया। सभी तरह के अपवित्र प्रयास किए गए। तमाम विरोधी प्रयासों के बावजूद भी राम मंदिर का निर्माण होकर रहेगा। सम्मेलन में संत स्वामी अतुल कृष्ण, साध्वी सत्यप्रिया, संत निर्मल सिंह नामधारी, महामंडलेश्वर 1008 वेद भारती एवं स्वदेशी जागरण मंच के राष्ट्रीय संगठन मंत्री कश्मीरी लाल मुख्य वक्ता के तौर पर मौजूद रहे। इस अवसर पर संघ के प्रांत प्रचारक प्रमोद, वीएचपी के प्रांत संगठन मंत्री विजय पाल राणा, महेंद्र पाल जैन, संतोष गुप्ता, सुभाष गुप्ता, जतिंदर, दलबीर नंदा, प्रदीप मिश्रा, रविंदर अरोड़ा, प्रशांत जोशी, जयपाल शर्मा, राम सिंह, गुरमुख सिंह, टीआर मिश्रा, उमेश ठाकुर, नवनीत मिश्रा के अलावा भाजपा के कई नेता भी मौजूद रहे। कोर्ट फैसला दे, मंदिर निर्माण शुरू हो जाएगा स्वामी अतुल कृष्ण ने कहा कि प्रमाण मिल चुके हैं कि पहले अयोध्या में राम मंदिर ही था। अब किसी भी तरह के प्रमाण की जरूरत नहीं है। सरकार आर्डिनेंस लाए, यदि यह नहीं हो सकता तो संसद में बिल लाए। राज्य सभा में बिल पर वोटिंग के दौरान भी यह पता चल जाएगा कि कौन राम मंदिर के हक में है और कौन विरोध में।
उन्होंने कहा कि अब हिंदू समाज के लिए अपने अराध्य देव श्री राम का मंदिर बनाने के लिए और इंतजार नहीं हो रहा। उनका तर्क रहा कि यदि आज सुप्रीम कोर्ट फैसला दे तो अभी से ही राम मंदिर बनना शुरू हो जाएगा। लगातार संघर्ष कर रहा हिंदू समाज साध्वी सत्यप्रिया ने कहा कि जिस दिन आक्रांता बाबर ने राम जन्मभूमि पर बना मंदिर गिराया था उसी दिन से राज जन्मभूमि को फिर हासिल करने के लिए हिंदू समाज का संघर्ष आरंभ हो गया था। इसके लिए हिंदू समाज लगातार संघर्ष कर रहा है।