Punjab News: बाबा फरीद आगमन पर्व पर उमड़ा श्रद्धा का सैलाब, माई गोदड़ी साहिब तक निकला नगर कीर्तन
आगमन पर्व के आखिरी दिन बाबा फरीद टिल्ला से माई गोदड़ी साहिब तक नगर कीर्तन निकाला गया। यह नगर कीर्तन सुबह 9 बजे बाबा फरीद टिल्ला से रवाना हुआ था। पहली बार नगर कीर्तन में श्रद्धालुओं की इतनी भीड़ दिखाई दी।
प्रदीप कुमार सिंह, फरीदकोट। बाबा फरीद आगमन पर्व पर शुक्रवार सुबह से ही फरीद टिल्ला व माई गोदड़ी साहिब में श्रद्धा का सैलाब उमड़ पड़ा। बाबा फरीद की चरण छोह से जुड़े दोनों स्थलों पर देश-विदेश से लाखों की संख्या में श्रद्धालु नतमस्तक होने पहुंचे।
भीड़ को कंट्रोल करने में पुलिस प्रशासन के छूटे पसीने
बता दें कि, आगमन पर्व के आखिरी दिन बाबा फरीद टिल्ला से माई गोदड़ी साहिब तक नगर कीर्तन निकाला गया। यह नगर कीर्तन सुबह 9 बजे बाबा फरीद टिल्ला से रवाना हुआ था। पहली बार नगर कीर्तन में श्रद्धालुओं की इतनी भीड़ दिखाई दी। भीड़ को कंट्रोल करने में पुलिस प्रशासन के भी पसीने छूट गए। नगर कीर्तन के आगे 'पंज प्यारे' चल रहे थे। वहीं फूलों से सजी पालकी साहिब के दर्शन को हर कोई बेताब दिखाई दिया।
माई गोदड़ी साहिब तक वैरियटी में लगे लंगर
इस मौके बाबा फरीद टिल्ला से लेकर माई गोदड़ी साहिब तक श्रद्धालुओं द्वारा लगाए गए थे। लंगरों में मिठाइयां, खीर, आइसक्रीम, पूरी-छोले, पूरी सब्जी, कुलचे-छोले, रोटी-दाल, सब्जी, फलों में सेब, केला, नाशपत्ती के अलावा अन्य मौसमी फल, जूस, ब्रांडेड कंपनियों के पानी, चाय-बिस्कुट, काफी के अलावा पकौड़ों की वैरियटी में लंगर लगे थे। आलम यह था कि लोगों को उक्त रूट पर लंगर लगाने की जगह ही नहीं मिल पा रही थी। ऐसे में बहुत से लोगों ने नहर की पटरी व खेतों में लंगर लगाकर सेवा की।
रूट प्लान शेयर न किए जाने से बढ़ी समस्या
वहीं दूसरी तरफ पुलिस प्रशासन द्वारा मेले का रूट मीडिया से शेयर नहीं किया गया था। इस कारण लोगों को नगर कीर्तन व आवागमन के रूट की जानकारी ही नहीं हो पाई, जिससे उन्हें घंटों जाम में फंसे रहकर परेशान होना पड़ा।
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