दोराहा मंडी की लेबर असुरक्षित
रिहायशी इलाके में स्थित अनाज मंडी में जो लेबर आई है वह लुधियाना की फैक्ट्रियों में काम करने वाले लोग हैं।
जेएनएन, दोराहा : रिहायशी इलाके में स्थित अनाज मंडी में जो लेबर आई है, वह लुधियाना की फैक्ट्रियों में काम करने वाले लोग हैं। इनकी ना तो कोई जांच की गई, ना ही यह दस्ताने और मुंह पर मास्क लगाकर काम कर रहे हैं। इसके चलते महामारी के फैलने का डर बना है। वहीं मंडी में लेबर के रहने के लिए आढ़तियों द्वारा पर्याप्त प्रबंध नहीं किए जिसके चलते एक कमरे में आठ से 10 व्यक्ति रहने को मजबूर हैं। देर शाम लेबर झुंड बनाकर बैठती है। इस दौरान शारीरिक दूरी का भी पालन भी नहीं किया जा रहा। दूसरी ओर, मंडी सुपरवाइजर लाभचंद का कहना है कि आढ़तियों को दुकानों पर सैनिटाइजर रखना अनिवार्य किया है। इसके अलावा नियमों के पालन की हिदायतें भी दी गई हैं। लेकिन यह दावे हकीकत में बिल्कुल उलट हैं।
टोकन न मिलने पर गांव के लिए निकला आढ़ती, रास्ते में बाइक असंतुलित होने से मौत
संवाद सहयोगी, श्री माछीवाड़ा साहिब : टोकन न मिलने व फसल किसी और को बेचने की परेशानी में आढ़ती की सड़क हादसे में मौत गई। गांव भमां खुर्द का दलजीत सिंह गुरम (62) अनाज मंडी में आढ़त का कारोबार करता था। 15 अप्रैल से गेहूं की खरीद शुरू होने के दौरान टोकन लेने के लिए काफी मशक्कत कर रहा था। रविवार दोपहर दो बजे उसे पता लगा कि टोकन न मिलने से किसान ने फसल किसी और को बेच दी है। इसी चिंता में वह मोटरसाइकिल पर बेट की ओर निकल पड़ा। गांव चकली आदल से पहले ही मोड़ पर मोटरसाइकिल का संतुलन बिगड़ गया और वह खेतों में जा गिरा। सड़क पर यातायात न होने पर करीब डेढ़ घंटा घायल हालत में वहीं पड़ा रहा। जब पारिवारिक मेंबर उसे अस्पताल लेकर आए तो डॉक्टरों ने मृतक घोषित कर दिया।