बाजारों में चहल-पहल से बढ़ा खतरा, घर से निकलें तो जरूर पहनें मास्क
मॉस्क पहनने के बाद यह सुनिश्चित करें कि वह नाक के ऊपर तक आए और ठुड्डी के नीचे तक कवर करें। मास्क के बैंड्स को इस तरीके से बांधे की कोई गैप न रहे।
लुधियाना, जेएनएन। कोरोना वायरस से अगर बचना है तो मास्क जरूर लगाएं। अब तक कोरोना वायरस की न कोई दवा बनी है और न ही वैक्सीन तैयार हुई है। ऐसे में कोरोना वायरस का खतरा बरकरार है। ऐसे में सजगता और सतर्कता से ही बचा जा सकता है। सिविल सर्जन डाॅ. राजेश बग्गा ने कहा कि कोरोना वायरस का खतरा लगातार बढ़ रहा है। ऐसेे में जागरूकता और सजगता से ही इस खतरनाक बीमारी से बचा जा सकता है। इस बीमारी से बचना है, तो हमें मास्क पहनना होगा। मास्क पहनने का भी तरीका है। मास्क पहनने से पहले हाथ अच्छी तरह साफ करने चाहिए। इसके बाद मुंह और नाक को मॉस्क से पूरी तरह ढकना चाहिए।
इस तरह कवर करें फेस
मॉस्क पहनने के बाद यह सुनिश्चित करें कि वह नाक के ऊपर तक आए और ठुड्डी के नीचे तक कवर करें। मास्क के बैंड्स को इस तरीके से बांधें की कोई गैप न रहे। मास्क पहनने से पहले और बाद में हाथों को हैंडवॉश करना चाहिए। मास्क पहनते समय मुंह और नाक के पास कोई गैप नहीं होना चाहिए। ऐसे में छींक या खांसी से निकले बारीक कण दूसरे के मुंह-नाक में प्रवेश कर सकते हैं। मॉस्क को अपने गले पर नहीं लटकाना चाहिए। मास्क उतारकर किसी से बात नहीं करनी चाहिहए। कई लोग मॉस्क को बार-बार नीचे करते हैं और फिर से लगा लेते हैं, यह बिलकुल सही नहीं। डाॅ. बग्गा ने कहा कि जिस तरह से मास्क पहनने का एक सही तरीका है, उसी तरह इसे उतारने का भी है। मास्क को कभी भी बाहर की तरफ से हाथ न लगाएं। पीछे से उतारे और डस्टबिन में डाल दें। मास्क उतारने के बाद हाथ सैनिटाइज करें।
भीड़ वाले इलाकों में बिना मास्क घूम रहे लोग
कोरोना वायरस का खतरा बढ़ता ही जा रहा है। कर्फ्यू में ढील दिए जाने के बाद सड़कों व बाजारों में चहल-पहल बढ़ गई है। शहर के अलग-अलग इलाकों से रोजाना कोरोना वायरस के मामले सामने आ रहे हैं। इसके बावजूद भी शहर के भीड़भाड़ वाले बाजरों व सड़कों पर अभी भी लोग बिना मास्क के घूम कर कोरोना वायरस के खतरे को निमंत्रण दे रहे हैं। कईयों ने कहने के लिए मॉस्क तो पहना हुआ था, लेकिन सही ढंग से नहीं। किसी के मुंह तक मास्क था, तो किसी के गले तक। सिविल सर्जन डाॅ. राजेश बग्गा के अनुसार मॉस्क न पहनकर और मास्क सही तरह न पहनकर कोरोना को बुलावा दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि पिछले दो दिन से वह शहर के अलग इलाकों में जा रहे हैं। उन्हें यह देखकर बड़ी हैरानी होती है कि लोग मॉस्क को बोझ की तरह ले रहे हैं।
इस तरह का मास्क न पहनें
सिविल सर्जन डाॅ. राजेश बग्गा ने कहा कि मास्क पहनते समय यह जरूर ध्यान रखें कि वह फटा हुआ न हो और उसमें छेद न हो। जब भी मास्क खरीदें, तो पहले अच्छी तरह से चेक कर लें कि उसमें कोई खराबी न हो। अगर मास्क में छेद होगा और यह फटा होगा, तो वायरस से बचाव नहीं होगा।
जरूरी काम होने पर ही निकलें घर से बाहर
सिविल सर्जन डाॅ. राजेश बग्गा ने कहा कि शहर के लोगों से अपील है कि अगर जरूरी हो, तो ही घर से बाहर निकलें। अगर बाजार में कोई सामान लेने जाना है, तो परिवार का एक ही सदस्य बाहर जाएं। जिससे कि बाजार में भीड़ इकट्ठी न हो। कई बार देखने को मिलता है कि एक छोटा सा सामान खरीदने के लिए भी घर के दो से तीन सदस्य मार्केट में पहुंच जाते हैं, जिससे फिजिकल डिस्टेंसिंग मेनटेंन नहीं हो पाता है।
बच्चे व बुजुर्ग लोग बरतें सावधानी
सिविल सर्जन डाॅ. राजेश बग्गा ने कहा कि 65 साल से अधिक आयु के बुजुर्ग व गंभीर बीमारियों से जूझ रहे मरीज, गर्भवती महिलाएं व दस साल से कम आयु के बच्चे जरूरी हो, तभी घर से बाहर निकलें। घर से अगर जरूरी काम के लिए निकलना पड़े, तो मॉस्क जरूर पहनें।
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