रमन ने किया था केएलएफ का टेस्ट पास, मैसेंजर पर हुआ था इंटरव्यू
अर्शदीप समर, लुधियाना खालिस्तान लिबरेशन फोर्स में शामिल होने से पहले पंजाब में हुए सात मर्डर के
अर्शदीप समर, लुधियाना
खालिस्तान लिबरेशन फोर्स में शामिल होने से पहले पंजाब में हुए सात मर्डर के आरोपी रमनदीप सिंह को कई कड़ी परीक्षाओं से होकर गुजरना पड़ा था। सूत्रों के मुताबिक आरोपी रमनदीप सिंह पिछले कई सालों से खालिस्तान लिबरेशन फोर्स के संयोजक अरूप सिंह और जरनैल सिंह भिंडरावाले का समर्थक था, जिसके चलते फेसबुक पर लगातार गर्मख्यालियों के साथ मिलकर पोस्ट डालता रहता था। करीब एक साल तक फेसबुक के जरिए केएलएफ के एजेंट रमन पर नजर रखते रहे, जिसके बाद कनाडा में बैठे केएलएफ के सदस्यों ने रमन के साथ फेसबुक पर संपर्क किया। उन्होंने फेसबुक के मैसेंजर एप पर बातचीत शुरू कर दी। इस दौरान उन्होंने मैसेंजर पर रमन का इंट्रव्यू लेकर उसकी मानसिकता चेक की, ताकि अगर उसे किसी बड़े मिशन में लगाया जाए तो वह उसे पूरा करने में कामयाब हो पाएगा या नहीं। पर रमन केएलएफ के सभी इंटरव्यू में पास होता चला गया और उसके बाद केएलएफ ने उसे मुख्य टीम में शामिल कर लिया।
रोजाना कई युवाओं से बातचीत करते हैं केएलएफ के सदस्य
पंजाब का माहौल खराब करने के लिए कनाडा में बैठे केएलएफ के मुख्य सदस्य लगातार फेसबुक व अन्य सोशल मीडिया पर गर्मख्यालियों से बातचीत करने वाले युवाओं पर लगातार नजर रखते हैं। इसके साथ ही वह नाम बदल-बदल कर उनसे फेसबुक व अन्य सोशल साइट से बातचीत करते रहते हैं। इसके अलावा वह उनके जीवन परिचय को भी अपने पास रखते थे। हालांकि खुफिया एजेंसियों की नजर भी ऐसी सोशल मीडिया पर रहती है, लेकिन उनसे बचकर केएलएफ काम करने में जुटी रहती है।
रेकी और टारगेट को लेकर अलग-अलग होती थी फंडिंग
केएलएफ ने पहले रमन को ड्राइवर के रूप में टीम में शामिल किया था। क्योंकि रमन मोटर साइकिल को काफी अच्छे से चलाना था, लेकिन धीरे-धीरे उस पर विश्वास बढ़ने लगा और उसे रेकी और शूट करने के भी टास्क देने शुरू कर दिए। टीम में शामिल होने के बाद शुरुआती दौर में रमन को कम पैसे मिलते थे, लेकिन वारदातों को लेकर जिम्मेवारी बढ़ने पर उसे पैसे की फंडिंग तेज हो गई। इसके साथ ही उसे रेकी करने और टारगेट को अंजाम देने को लेकर अलग-अलग पैसे आने शुरू हो गए थे।
आतंकी मिंटू और गुगनी ने मिशन में शामिल किया चोर गैंग
केएलएफ के मुख्य सदस्य हरमिंदर सिंह मिंटू और नाभा जेल में बंद धर्मेद्र गुगनी ने हत्याओं के मिशन को सफल बनाने के लिए पहली बार केएलएफ में चोरों को भी शामिल किया। चोर गैंग का सिर्फ इतना काम था कि वह वाहन चोरी कर रमन या शेरा के पास पहुंचाते थे। उसके बाद उन्हें वाहन चोरी के पैसे मिल जाते थे, जिसके बाद हत्यारे उसी वाहन से वारदात को अंजाम देते थे।
उत्तर प्रदेश के लिए रवाना हुई पुलिस
पंजाब की सात हत्याओं में हत्यारों द्वारा प्रयोग पिस्तौल आरोपी उत्तर प्रदेश से लेकर आए थे। हथियारों की सप्लाई देने वाले आरोपियों को काबू करने के लिए पुलिस ने एक टीम उत्तर प्रदेश के लिए रवाना कर दी है। इसके साथ ही अलग-अलग कई टीमें जम्मू और हिमाचल में भी छापेमारी करने में जुटी हुई है। पुलिस ने इस मामले में अलग-अलग जगहों से एक दर्जन के करीब लोगों को हिरासत में लिया है, जिनसे लगातार पूछताछ की जा रही है।