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विवाद से बचने को मरीजों के परिजनों से रखें संपर्क

जासं, लुधियाना :आइसीयू में दाखिल मरीजों के इलाज के लिए आने वाली चुनौतियों से निपटने के साथ-साथ उसके परिवार से भी सही संपर्क रखना जरूरी है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 17 Sep 2018 01:05 PM (IST)Updated: Mon, 17 Sep 2018 01:05 PM (IST)
विवाद से बचने को मरीजों के परिजनों से रखें संपर्क
विवाद से बचने को मरीजों के परिजनों से रखें संपर्क

जासं, लुधियाना :आइसीयू में दाखिल मरीजों के इलाज के लिए आने वाली चुनौतियों से निपटने के साथ-साथ उसके परिवार से भी सही कम्यूनिकेशन बनाए रखना जरूरी है। परिजनों को मरीज की पूरी कंडीशन के बारे में ब्रीफ करते रहना चाहिए। उन्हें यह भी बताते रहना चाहिए कि उनके द्वारा किए जा रहे इलाज की संभावनाएं कितनी हैं। इससे हेल्थकेयर सेंटर में हिंसा की घटनाओं को भी रोकने में मदद मिलेगी। यह सलाह डॉ.विनय सिंघल ने दी। वे पार्क प्लाजा में आयोजित क्रिटिकल केयर फिजिशियन की रीजन लेवल काफ्रेंस को सबोधित कर रहे थे।

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काफ्रेंस के आर्गेनाइजिंग चेयरपर्सन डॉ.विनय सिंघल ने कहा कि मरीजों की किसी भी स्थिति को छुपाना नहीं चाहिए। काफ्रेंस फोर्टिस अस्पताल द्वारा इंडियन सोसायटी ऑफ क्त्रिटिकल केयर मेडिसन के पंजाब चैप्टर व लुधियाना सोसायटी ऑफ क्रिटिकल केयर मेडिसन की ओर से आयोजित की गई। फोर्टिस अस्पताल के ऑनकोलॉजी एंड न्यूक्लीयर मेडिसन विभाग के डायरेक्टर डॉ.जगदेव सिंह सेखों ने काफ्रेंस का उद्घाटन किया। इसमें पंजाब मेडिकल कोंसिल के सदस्य डॉ.मनोज कुमार सोबती, इंडियन सोसायटी ऑफ क्रिटिकल केयर मेडिसन पंजाब चैप्टर के चेयरमैन डॉ.पीएल गौतम, सेक्त्रेटरी डॉ.अमित मंडल, लुधियाना सोसायटी ऑफ क्रिटिकल केयर मेडिसिन के सेक्त्रेटरी डॉ. गुरप्रीत सिंह, फोर्टिस अस्पताल के इंटरनल मेडिसिन विभाग के डायरेक्टर डॉ.एचएस पन्नू विशेष रूप से उपस्थित थे।

विशेषज्ञों ने कहा कि इंटेंसिव केयर यूनिट में गंभीर मरीज भर्ती होते हैं। उनके उपचार के लिए विभिन्न स्पेशलिटीज के विशेषज्ञों का साझा योगदान होता है। आइसीयू विभिन्न स्पेशलिस्टों के टीम वर्क का स्थान है। आइसीयू में मरीजों का इलाज करते हुए विशेषज्ञों को कई तरह की चुनौतियों का सामना करना पड़ता है, जिनके निदान के लिए ही इस काफ्रेंस का आयोजन किया गया। इसके अलावा पेशेंट व डॉक्टर्स के बीच गैप को दूर करने पर भी जोर दिया गया। डॉ.जगदेव सिंह सेखों ने कहा कि इस कांफ्रेंस में डॉक्टरों को मिली जानकारी उन मरीजों के लिए फायदेमंद साबित होगी, जिन्हें क्त्रिटिकल केयर की जरूरत है। डॉ.मनोज कुमार सोबती ने कहा कि मेडिकल फील्ड में रोजाना नई तकनीकें आ रही हैं। इन तकनीकों का मरीजों तक लाभ पहुंचाने के लिए डॉक्टर का नियमित रूप से इन तकनीकों से अपडेट रहना बेहद जरूरी है। यह काफ्रेंस भी इस दिशा में उठाया गया सकारात्मक कदम है।


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