लुधियाना की सिधवां नहर में प्रदूषण रोकने को जांच कमेटी गठित, MLA गोगी सहित अधिकारियाें ने लिया जायजा
शहर की सिधवां नहर में प्रदूषण राेकने के लिए नगर निगम गंभीर हाे गया है। इसकाे लेकर एक कमेटी का गठन किया गया है। पर्यावरण प्रेमी कुलदीप खैहरा ने प्रदूषण को लेकर एनजीटी में याचिका दायर की थी।
जागरण संवाददाता, लुधियाना। शहर के बीच से गुजर रही सिधवां नहर में फैल रहे प्रदूषण को लेकर नेशनर ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) ने सख्त रवैया अपना लिया है। नहर में प्रदूषण को लेकर एक कमेटी का गठन कर दिया गया है। इस कमेटी में सिंचाई विभाग, पंजाब प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड, जिला मजिस्ट्रेट और सिधवां नहर विंग के एसई को शामिल किया गया है। इस कमेटी को दो माह के अंदर अपनी रिपोर्ट पेश करने के लिए कहा है। रिपोर्ट पेश करने के लिए पीपीसीबी को तालमेल के लिए नोडल एजेंसी बनाया गया है।
पर्यावरण प्रेमी कुलदीप खैहरा ने बताया कि सिधवां नहर में फैल रहे प्रदूषण को लेकर एनजीटी में याचिका दायर की गई थी। याचिका दायर होने के बाद डीसी सहित निगम के आला अधिकारी सिधवां नहर पर जायजा लेने के लिए पहुंचे थे। वहां पर पर्यावरण प्रेमियों ने सिधवां नहर के आसपास हुए अवैध कब्जों और नहर में डाले जा रहे कचरे का मुद्दा उठाया था।
इस मामले पर अधिकारियों ने कोई कार्रवाई नहीं की। इससे साफ है कि अधिकारी इस मामले पर चुप्पी साधे बैठे है। हालात ये हैं कि आज भी नहर के पास बने कचरा डंप को नही हटाया गया है। इसके अलावा नहर में कचरा फेंकने वालों पर सख्ती से कार्रवाई नहीं की जा रही है। इससे साफ है जिला प्रशासन अधिकारी सिधवां नहर को बचाने के लिए गंभीर नहीं हैं।
2 माह के अंदर कमेटी देगी अपनी रिपोर्ट
नो एक्टिविटी जोन में फड़ियां इंजीनियर कपिल देव ने बताया कि दो माह पहले निगम और अज्ञात लोगों द्वारा कचरा फेंकने का शिकायत दी गई थी। इसके बाद छठ पूजा पर उचित प्रबंध करने के लिए कहा गया था। लगभग 15 दिन पहले सिधवां नहर पर शांतमय तरीके से धरना भी दिया गया था। इसके बावजूद किसी अधिकारी ने कोई कार्रवाई नहीं की। सिधवां नहर के नो एक्टिविटी जोन में मेला फड़ियां लगाने का सिलसिला भी थम नहीं रहा है। बीते कई सालों से नहर की सफाई तक नहीं की गई है। इस कारण स्वच्छ पानी दूषित हो रहा है। हमारा एक ही मकसद है कि नहर को नाला बनने से रोका जाए। इसलिए एनजीटी में याचिका दायर की गई थी। अब एनजीटी ने कमेटी का गठन किया है।