International Conference: लुधियाना में जुटेंगे अलग-अलग देशों के 40 पंजाबी लेखक
अलग-अलग देशों के 40 पंजाबी लेखक वीरवार शहर में जुटेंगे। प्रवासी पंजाबी साहित्य : ग्लोबली परिपेक्ष विषय पर दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय कांफ्रेंस होने जा रही है!
जेएनएन, लुधियाना। अलग-अलग देशों के 40 पंजाबी लेखक वीरवार शहर में जुटेंगे। वीरवार को 'प्रवासी पंजाबी साहित्य : ग्लोबली परिपेक्ष' विषय पर दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय कांफ्रेंस होने जा रही है, जोकि जीजीएन खालसा कॉलेज के पोस्ट ग्रेजुएट पंजाबी विभाग के प्रवासी साहित्य अध्ययन की ओर से कराई जा रही है। गुजरांवाला खालसा एजुकेशनल कौंसिल के ऑनरेरी जनरल सेक्रेटरी और पूर्व वाइस चांसलर गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी अमृतसर डॉ. एसपी सिंह व पंजाबी साहित्य अकादमी के पूर्व प्रधान और पंजाब भवन सरी कैनेडा के कोऑर्डीनेटर प्रो. गुरभजन गिल ने कहा कि कांफ्रेंस में हालैंड, कैनेडा, अमेरिका आदि देशों सहित पंजाबी साहित्य अकादमी दिल्ली, हरियाणा और पंजाब के 40 लेखक पहुंच रहे हैं, जो राइरिंगग के बारे चर्चा करेंगे।
उन्होंने बताया कि अगले साल फरवरी 2020 में होने जा रही कांफ्रेंस में प्रवासी साहित्य चिंतन, खोज कार्य और प्रकाशन में बहुमूल्य योगदान देने वालों को अवार्ड से सम्मानित किया जाएगा। दो दिवसीय अंतरर्राष्ट्रीय कांफ्रेंस के अंतिम दिन प्रवासी जीवन पर तैयार की गई शॉट फिल्में भी जीजीएनआइएमटी के सहयोग से दिखाई जाएंगी। इस दिन पंजाब भवन सरी, कैनेडा के संस्थापक सुखी बाठ, पंजाबी साहित्य अकादमी चंडीगढ़ की प्रधान डॉ. सर्बजोत कौर, गुरभेज गुराइया सचिव पंजाबी अकादमी दिल्ली, विश्व पंजाबी कांफ्रेंस के चेयरमैन अजैब ¨सह शिरक्त करेंगे जबकि उद्घाटन सेशन की अध्यक्षता सांसद रवनीत बिट्टू करेंगे।
यूके की यूनिवर्सिटी के साथ होगा करार
डॉ. एसपी सिंह बोले कि पंजाबी को प्रमोट करने के लिए जल्द ही कॉलेज यूके की एक यूनिवर्सिटी के साथ करार करने जा रहा है, जिसमें डिप्लोमा कोर्स शुरू किया जाएगा। स्टूडेंट्स व टीचर्स एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत आते-जाते रहेंगे। कॉलेज प्रिंसिपल डॉ. अरविंदर सिंह भी इस दौरान शामिल रहे।