ढोलेवाल श्मशानघाट कर्मियों का बीमा नहीं कर रही कंपनियां
लुधियाना कोरोना संक्रमण से मरने वालों के अंतिम संस्कार को लेकर विवाद की घटनाएं सूबे के अलग अलग शहरों से आ रही हैं। वहीं ढोलेवाल श्मशानघाट जिसे कोरोना से मरने वाले लोगों के लिए चयनित किया गया है के कर्मचारियों का बीमा कंपनियां बीमा करने से इन्कार कर रही हैं।
जागरण संवाददाता, लुधियाना
कोरोना संक्रमण से मरने वालों के अंतिम संस्कार को लेकर विवाद की घटनाएं सूबे के विभिन्न शहरों से आ रही हैं। कोरोना संक्रमण के कारण श्री हरमिदर साहिब के पूर्व रागी पद्म श्री निर्मल सिंह की मौत के बाद उनके संस्कार को लेकर हुए विवाद और फिर जालंधर में कांग्रेस नेता के अंतिम संस्कार को लेकर लोगों द्वारा विरोध किया गया।
लुधियाना में ऐसी स्थिति पैदा न हो, इसके लिए नगर निगम ने ढोलेवाल स्थित श्मशानघाट के प्रबंधकों से बात कर एलपीजी गैस चैंबर में कोरोना से मरने वालों के अंतिम संस्कार की व्यवस्था की है। निगम की इस घोषणा के साथ ही वहां एक पंडित समेत तीन कर्मचारियों के बीमा करने की कवायद शुरू की गई। मगर, बीमा कंपनी ने इनका बीमा करने से मना कर दिया। श्मशानघाट के प्रबंधकों ने यह मामला मेयर बलकार सिंह के सामने रखा, तो मेयर ने कर्मचारियों को भरोसा दिलाया कि उनकी सुरक्षा के लिए नगर निगम प्रतिबद्ध है। उन्होंने कर्मचारियों को कहा कि पहले तो बीमा की जरूरत नहीं होगी। अगर ऐसी कोई अनहोनी होती है, तो निगम उनके परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देगा।
मेयर बलकार सिंह संधू ने बताया कि इस गैस चैंबर में अंतिम संस्कार करने के लिए तीन कॉमर्शियल गैस सिलेंडरों की जरूरत होगी। इसकी व्यवस्था नगर निगम की तरफ से की जाएगी। उन्होंने बताया कि जब देश कोरोना संक्रमण के खतरे से बाहर आ जाएगा, उसके बाद निगम इस श्मशानघाट के सुंदरीकरण के लिए विशेष फंड देगा। मेयर ने बताया कि संस्कार करने वाले कर्मचारियों ने बीमा न होने की बात रखी थी। जिस पर उन्हें विश्वास दिलाया गया कि नगर निगम उन्हें पूरा सहयोग करेगा। जल्दी ही एक प्रस्ताव पास करके सरकार को भेजेंगे और अनहोनी होने की स्थिति में परिवार के एक व्यक्ति को नौकरी दी जाएगी।
मेयर बलकार सिंह संधू का कहना है कि इस बारे में वह बीमा कंपनी के अधिकारियों से भी बात करेंगे कि इस समय जब पूरा देश कोरोना संक्रमण से जूझ रहा है, तब वह इस तरह क्यों कोरोना के योद्धाओं का बीमा करने से मना कर रहे हैं?