चुनौतियों से जूझ रहा भारतीय संगीत एवं गायन : डॉ. उप्पल
आर्य कॉलेज के संगीत विभाग ने कॉलेज में एक गोष्ठी रखी जिसका विषय संगीत क्षेत्र में शोध के नए आयाम रहा। सितार वादक उस्ताद विलायत हुसैन खान के शार्गिद एवं विश्व स्तरीय सितार वादक पं. हरविंदर कुमार शर्मा इस दौरान पहुंचे। कालेज प्रिंसिपल डॉ. सविता उप्पल ने उनका स्वागत किया। इसके बाद विभिन्न कॉलेजों एवं पंजाब की विभिन्न यूनिवर्सिटियों से उपस्थित हुए करीब पच्चीस डेलीगेट्स ने अपने शोध पत्र प्रस्तुत किए।
जागरण संवाददाता, लुधियाना :आर्य कॉलेज के संगीत विभाग ने कॉलेज में एक गोष्ठी रखी जिसका विषय संगीत क्षेत्र में शोध के नए आयाम रहा। सितार वादक उस्ताद विलायत हुसैन खान के शार्गिद एवं विश्व स्तरीय सितार वादक पं. हरविंदर कुमार शर्मा इस दौरान पहुंचे। कालेज प्रिंसिपल डॉ. सविता उप्पल ने उनका स्वागत किया। इसके बाद विभिन्न कॉलेजों एवं पंजाब की विभिन्न यूनिवर्सिटियों से उपस्थित हुए करीब पच्चीस डेलीगेट्स ने अपने शोध पत्र प्रस्तुत किए। डॉ. उप्पल ने कहा कि भारतीय संगीत एवं गायन पश्चिम की मॉडर्न एवसर्ड शैलियों जैसी चुनौतियों से जूझ रहा है। ऐसे में भारतीय संगीत को सहेजना काफी कठिन होता जा रहा है। प. हरविंदर कुमार शर्मा ने कहा कि वर्तमान समय में शोध के प्रत्येक क्षेत्र की भांति संगीतक शोध का स्तर भी संतोषजनक नहीं रहा। शोध का मकसद केवल खामियां ढूंढना ही नहीं होना चाहिए बल्कि छिपी खूबियों को उजागर कर श्रोताओं तक पहुंचना होना चाहिए। इसके बाद डॉ. प्रीतम और डॉ. योगेश ने संगीत शोध के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की। समारोह के अंत में संगीत विभाग की अध्यक्ष प्रो. अनुराधा शर्मा ने सभी का धन्यवाद किया।