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मनुष्य का प्रकृति से दूर होना ही रोगों का मुख्य कारण : डॉ. परमिदर

दिव्य ज्योति जागृति संस्थान कैलाश नगर आश्रम में विशाल आयुर्वेदिक कैंप का आयोजन किया गया। समारोह में मुख्य मेहमान के रूप में विधायक संजय तलवाड़ पूर्व विधायक रंजीत सिंह ढिल्लों अश्वनी शर्मा(डिस्ट्रिक्ट प्रधान कांग्रेस लुधियाना)रजनीश धीमान(उप प्रधान बीजेपी लुधियाना) शाम सुंदर मल्होत्रा(सीनियर डिप्टी मेयर)पार्षद डा. कुलदीप हांडा जिला कांग्रेस कमेटी उपाध्यक्ष विपन विनायक पूर्व पार्षद सुभाष डाबर विपिन जैन (शरमन स्वीट्स) सुशील कौड़ा (महावीर इंटरनेशनल)बलबीर कुलार(कुलार बिल्डर्स)प्रवीण डंग(हिदू न्याय पीठ) दिनेश मरवाहा(रामलीला कमिटी दरेसी ग्राउंड द्वारा ज्योति प्रज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया।

By JagranEdited By: Published: Mon, 16 Dec 2019 05:00 AM (IST)Updated: Mon, 16 Dec 2019 06:10 AM (IST)
मनुष्य का प्रकृति से दूर होना ही रोगों का मुख्य कारण : डॉ. परमिदर
मनुष्य का प्रकृति से दूर होना ही रोगों का मुख्य कारण : डॉ. परमिदर

संस, लुधियाना

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दिव्य ज्योति जागृति संस्थान कैलाश नगर आश्रम में आयुर्वेदिक कैंप लगाया गया। समारोह में मुख्य मेहमान के रूप में विधायक संजय तलवाड़, पूर्व विधायक रंजीत सिंह ढिल्लों, अश्वनी शर्मा (डिस्ट्रिक्ट प्रधान , कांग्रेस लुधियाना), रजनीश धीमान (उप प्रधान बीजेपी, लुधियाना), शाम सुंदर मल्होत्रा (सीनियर डिप्टी मेयर), पार्षद डॉ. कुलदीप हांडा, जिला कांग्रेस कमेटी उपाध्यक्ष विपन विनायक, पूर्व पार्षद सुभाष डाबर, विपिन जैन (शरमन स्वीट्स), सुशील कौड़ा (महावीर इंटरनेशनल), बलबीर कुलार(कुलार बिल्डर्स), प्रवीण डंग (हिदू न्याय पीठ), दिनेश मरवाहा (रामलीला कमिटी दरेसी ग्राउंड द्वारा ज्योति प्रज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया।

डॉ. परमिदर मौदगिल ने कहा कि हमारे ऋषि-मुनियों ने हजारों वर्ष पूर्व इस आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति की खोज की। जोकि चिरस्थाई और नुकसान रहित है। इसका मुख्य कारण यह है कि यह औषधियां लोक कल्याण से युक्त शास्त्र सम्मत व प्राकृतिक जड़ी बूटियों से तैयार की जाती हैं। परंतु आज का मानव संसार की चकाचौंध से प्रभावित होकर प्रकृति से दूर होता जा रहा है। जिसके कारण नित्य नए-नए कष्टदायी रोग उत्पन्न हो रहे हैं। इसके साथ-साथ उन्होंने यह भी बताया कि अगर आप इनके भयानक परिणामों से बचना चाहते हैं तो हमें फिर से उसी प्राचीन पद्धति आयुर्वेद को अपनाना पड़ेगा। इस अवसर पर आशुतोष महाराज आयुर्वेदिक चिकित्सा केंद्र के अनुभवी वैद्य जिनमें वैद्य परमिदर मौदगिल, वैद्य गीता मौदगिल, सालोक्या भारती, कृपाल, हरप्रीत सिंह, एवं आयुर्वेदिक विभाग से वैद्य अशवंत कौर, वैद्य जगजीत कौर और वैद्य हेमंत कुमार ने बड़ी संख्या में रोगियों की जांच की और नाड़ी परीक्षण के बाद दवाईयां दी गई। इस दौरान कैंप में शुगर और खून की जांच, हाई ब्लड प्रेशर, बवासीर व जोड़ों के दर्द आदि रोगों की औषधि प्रदान की गई। इस अवसर पर स्वामी गुरु शरणानंद, स्वामी गुरु कृपा नंद, स्वामी प्रकाशानंद विशेष रुप से उपस्थित थे।


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