स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट से बदली नुहार, रंग-बिरंगी लाइटों से जगमगाया लुधियाना काे एेतिहासिक घंटाघर
स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट से शहर की नुहार बदलने की तैयारी तेज हाे गई है। हमेशा गंदगी से भरे रहने वाले एेतिहासिक घंटाघर के आसपास के क्षेत्र में सफाई अभियान चलाया जा रहा है।
लुधियाना, जेएनएन। स्मार्ट सिटी मिशन के तहत घंटाघर को लाइटों से सजाया जा रहा है। सोमवार को स्मार्ट सिटी लिमिटेड ने लाइटों की टेस्टिंग की तो यह अलग-अलग रंगों की लाइटों से जगमगा उठा। मेयर बलकार सिंह संधू ने बताया कि लाइटनिंग का काम लगभग पूरा हो चुका है। जल्दी ही इसकी फाइनल टेस्टिंग करवाने के बाद इन्हें पक्के तौर पर चलाया जाएगा। घंटाघर अब 12 से अधिक रूप में दिखेगा। यह लुधियाना में आकर्षण का केंद्र बनेगा।
घंटाघर के चारों दिशाओं में घडिय़ां लगी हुई हैं, लेकिन उनका समय एक जैसा नहीं है। अलग-अलग दिशा से देखने पर घडिय़ां अलग-अलग समय ही बताती हैं। इस पर हरबंस सिंह कहते हैं कि घंटाघर हमारे शहर की पुरानी पहचान है। इसे संवार कर नगर निगम ने काफी अच्छा प्रयास किया है, लेकिन बेहतर होता कि घंटाघर की चारों घडियों की सुइयां भी एक जैसा समय बतातीं।
अंग्रेजों के शासन में 19 अक्तूबर 1906 काे हुई थी स्थापना
आपको बता दें कि घंटाघर की स्थापना अंग्रेजों के शासन में 19 अक्तूबर 1906 में तत्कालीन गर्वनर चाल्र्स मोंट गो ने की थी। लोगों को समय पता चले इसलिए बिल्डिंग के चारों ओर घड़ियां लगाई गई थी। नगर निगम की याेजना पर लाेगाें ने खुशी जताई है। उन्हाेंने उम्मीद जताई कि अागे भी शहर काे स्वच्छ रखने के लिए निगम के प्रयास जारी रहने चाहिए।
शहर के घंटाघर के पास बना है रेखी सिनेमा
शहर के घंटाघर के पास ही बना रेखी सिनेमा शहर के सबसे पुराने सिनेमाघरों में से एक है। वर्ष 1933 में यह सिनेमा तैयार कराया गया था। एक समय था, जब इस सिनेमाघर के बाहर फिल्म देखने वालों की भीड़ लगी रहती थी। समय के साथ-साथ पुराने सिनेमाघरों का आस्तित्व खत्म हो रहा है और इनकी जगह मॉल्स के सिनेमा ने ले ली है।