हीरो साइकिल्स ने यूसीपीएमए से मिलाया हाथ, एमएसएमई को देंगे विश्व स्तरीय तकनीक
हाईएंड साइकिल के पुर्जे बनाने की क्षमता विकसित करने में हीरो साइकिल्स लिमिटेड सहयोग करेगा।
जागरण संवाददाता, लुधियाना : माइक्रो स्मॉल एंड मिडियम एंटरप्राइजेज-एमएसएमई सेक्टर को विश्व स्तरीय टेक्नोलॉजी से लैस करने एवं हाईएंड साइकिल के पुर्जे बनाने की क्षमता विकसित करने में हीरो साइकिल्स लिमिटेड सहयोग करेगा। इस संबंध में हीरो साइकिल्स ने यूनाइटेड साइकिल एंड पार्ट्स मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन (यूसीपीएमए) के साथ हाथ मिलाया है। यह जानकारी हीरो साइकिल्स के चेयरमैन पंकज मुंजाल ने दी।
इस संबंध में हीरो साइकिल्स के अधिकारियों एवं यूसीपीएमए पदाधिकारियों की बैठक हुई। जिसमें साइकिल उद्योग की चुनौतियों एवं संभावनाओं पर मंथन किया गया। बैठक में पंकज मुंजाल ने कहा कि आने वाला वक्त हाई एंड साइकिलों का ही है। उन्होंने यूसीपीएमए सदस्यों को साइकिल एवं पार्ट्स के निर्माण में विश्व स्तरीय तकनीक अपनाने की जरूरत पर जोर दिया।
इस अवसर पर उद्यमियों को यह समझाया गया कि हाईएंड साइकिल एवं पुर्जों का निर्माण करके ही चीन को भारतीय साइकिल मार्केट से आउट किया जा सकता है। वक्त की नजाकत को समझते हुए एमएसएमई उद्यमियों को माइंडसेट बदलना होगा और निर्माण की तकनीक को अंतरराष्ट्रीय स्तर के मुकाबले पर लाना होगा। यूसीपीएमए के महासचिव मनजिदर सिंह सचदेवा ने कहा कि मॉडल यूनिट के तौर पर पांच एमएसएमई यूनिट्स को हाईएंड साइकिल के पुर्जे बनाने की तकनीक के साथ विकसित किया जा सकता है। ये यूनिट्स अन्य इकाईयों का भी मार्गदर्शन करेंगे, ताकि सभी उद्यमी खुद को अपग्रेड कर सकें। हीरो साइकिल्स के को चेयरमैन एसके राय ने कहा कि देश में हाईएंड साइकिलों की मांग लगातार बढ़ रही है, ऐसे में सभी को इनके निर्माण को लेकर ठोस प्लानिग के साथ ही आगे बढ़ना होगा। बैठक में हीरो साइकिल्स के डायरेक्टर अभिषेक मुंजाल के अलावा यूसीपीएमए की तरफ से गुरचरण सिंह जैमको, अच्छरू राम गुप्ता, राजिदर सिंह सरहाली, सतनाम सिंह मक्कड़, हरसिमरनजीत सिंह लक्की खास तौर पर मौजूद रहे।