Move to Jagran APP

लुधियाना में अवैध ढंग से चलाए जा रहे स्कैन सेंटर में सेहत विभाग की दबिश, पोर्टेबल अल्ट्रासाउंड मशीन सील, एक हिरासत में लिया

लुधियाना में सेहत विभाग ने करनैल सिंह नगर में चलाए जा रहे स्कैन सेंटर में दबिश दे पोर्टेबल अल्ट्रासाउंड मशीन को बरामद कर सील किया है। पुलिस ने एक आरोपित को गिरफ्तार भी किया है। सेंटर को करन मालड़ी नाम से एक व्यक्ति चला रहा था।

By Radhika kapoorEdited By: Vinay kumarPublished: Thu, 29 Sep 2022 04:16 PM (IST)Updated: Thu, 29 Sep 2022 04:16 PM (IST)
लुधियाना में अवैध ढंग से चलाए जा रहे स्कैन सेंटर में सेहत विभाग की दबिश, पोर्टेबल अल्ट्रासाउंड मशीन सील, एक हिरासत में लिया
लुधियाना में स्कैन सेंटर में सेहत विभाग ने दबिश दी है।

जागरण संवाददाता, लुधियाना। लुधियाना में सेहत विभाग की टीम ने वीरवार दोपहर पौने बारह बजे करनैल सिंह नगर, गली नंबर चार के एक घर में अवैध ढंग से चलाए जा रहे स्कैन सेंटर में स्टिंग कर पोर्टेबल अल्ट्रासाउंड मशीन को बरामद कर सील किया है। सिविल सर्जन डा. हतिंदर कौर के दिशा-निर्देश पर जिला परिवार भलाई अधिकारी डा. हरप्रीत सिंह ने टीम सहित मौके पर दबिश दी। इस सेंटर को करन मालड़ी नाम से एक व्यक्ति चला रहा था। 

prime article banner

बताया जा रहा है कि यह व्यक्ति पहले कहीं प्राइवेट प्रेक्टिस करता होगा। मौके पर पुलिस टीम भी मौजूद रही। सेंटर से एक अल्ट्रासाउंड मशीन, एक टाउन, करंसी को बरामद किया गया है। जो व्यक्ति सेंटर चला रहा था, उसे हिरासत में ले लिया गया है। सिविल सर्जन डा. हतिंदर कौर ने बताया कि तकरीबन एक माह पूर्व उनके पास शिकायत आई थी कि उक्त इलाके की एक गली में अवैध ढंग से सेंटर चलाया जा रहा है, जहां भ्रूण जांच हो रही है। हालांकि सेहत विभाग की टीम ने इससे पहले भी स्टिंग चलाया था लेकिन कामयाबी उन्हें आज मिली है।

छह माह से की जा रही है भ्रूण जांच

यह भी पता चला है कि सेंटर में पिछले छह माह से भ्रूण जांच की जा रही है। हिरासत में लिए जाने वाले करन ने बताया है कि उसने इस मशीन को दिल्ली से साढ़े चार लाख रुपये में खरीदा था। अब तक वह 15 से 20 भ्रूण जांच कर चुका है लेकिन सेहत विभाग की टीम इस समय दौरान रोजाना एक से दो केस भ्रूण जांच किए जाने की बात का अंदाजा लगा रही है। सेहत विभाग ने मुताबिक सील की गई मशीन को पुलिस को सौंप दिया गया है, अगली कार्रवाई पुलिस करेगी।

ऐसे हुआ मामले का खुलासा

स्टिंग आप्रेशन के दौरान सेहत विभाग की टीम ने अपने ही एक महिला पेशेंट को सेंटर में भेजा था, पूरा सौदा 30 हजार रुपये में तय हुआ था। वीरवार जैसे ही पेशेंट सेंटर पहुंची तो थोड़े समय बाद सेहत विभाग टीम भी पुलिस के साथ वहां पहुंच गई। मौके पर मशीन चल रही थी। जिला परिवार भलाई अधिकारी डा. हरप्रीत सिंह ने कहा कि सेंटर से 20 हजार रुपये की करंसी बरामद कर ली गई है जबकि 10 हजार रुपये अभी भी पेंडिंग है। उन्होंने बताया कि अवैध ढंग से सेंटर चलाने वाले व्यक्ति ने कबूला है कि वह भ्रूण जांच के लिए 20 हजार रुपये से 40 हजार रुपये तक लेता था।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.