दूसरों को बता रहे राह; लेकिन खुद लापरवाह, ऐसा है सेहत विभाग का हाल Ludhiana News
लोगों को सलाह दी जाती है कि वह घर की छत और आंगन में पानी जमा होने वाले सामान न रखें लेकिन सीएचसी की छतों पर पानी से भरी गंदी बोतलें डिस्पोजल प्लेटें पड़ी हुई हैं।
लुधियाना, जेएनएन। लोगों को जागरूक करने वाला जिले का सेहत विभाग खुद लापरवाह दिख रहा है। सिविल सर्जन (सीएस) कार्यालय में मलेरिया और डेंगू के पनपने का पूर्ण इंतजाम किया गया है। सीएस कार्यालय में ही जिला मलेरिया अफसर, जिला परिवार भलाई अफसर समेत मास मीडिया अफसर का कार्यालय है, इसके बावजूद बड़े स्तर पर अनदेखी हो रही है। जागरूकता पर लाखों रुपए भी खर्च किया जा रहा है, मगर अपने कार्यालय में इसे पूरी तरह से नजरअंदाज किया जा रहा है।
सिविल सर्जन कार्यालय के पास पड़ा कबाड़।
बारिश का मौसम है तो मलेरिया, डेंगू, पीलिया, बुखार और पेट की बीमारियां फैलने का खतरा बना रहता है। प्रत्येक वर्ष इसे लेकर बड़े स्तर पर एक्सरसाइज होती है। लोगों को जागरूक करने के लिए पांच हजार से भी ज्यादा कर्मचारियों को लगा दिया जाता है। लोगों को बताया जाता है कि वह अपने घर की छत और प्रांगण में पानी जमा होने वाले सामान न रखें, लेकिन सीएस कार्यालय और यहां बनी सीएचसी की छतों पर पानी से भरी गंदी बोतलें, डिस्पोजल प्लेटें पड़ी हुई हैं। सिविल सर्जन की छत पर पड़े बोर्ड में पानी जमा है। सामने थर्माकोल के डिब्बे में पानी भरा हुआ है। कबाड़ इतना है कि उसमें मच्छरों की नर्सरी बन गई है।
सिविल सर्जन डॉक्टर राकेश कुमार से सीधी बात
सवाल: बरसात में पानी से होने वाली बीमारियों से बचाव के लिए क्या कर रहे हैं?
जवाब: हम लोगों को इस संबंधी जागरूक कर रहे हैं। ड्यूटियां लगाई गई हैं।
सवाल: लोगों को क्या करना चाहिए?
जवाब: साफ-सफाई का ध्यान रखें और पानी जमा न होने दें।
सवाल: आपके कार्यालय में तो इस पर अमल नहीं हो रहा?
जवाब: ऐसे कैसे हो सकता है?
सवाल: आपके कार्यालय में पानी जमा है। कबाड़ है और कूड़ा कर्कट भी है।
जवाब: मैने पहले ही आदेश जारी किए थे, अब कार्रवाई होगी।