कोरोना वायरस रोकथाम के लिए सेहत विभाग ने दिए ज्यादा सैंपल लेने के निर्देश
हर जिले के लिए टारगेट भी निर्धारित किया है। जिसके तहत अमृतसर जालंधर व लुधियाना के लिए प्रतिदिन 250-250 सैंपल निर्धारित किए गए हैं।
लुधियाना, जेएनएन। स्वास्थ्य विशेषज्ञ इस बात पर लगातार जोर दे रहे हैं कि अगर कोरोना वायरस को रोकना है, तो ज्यादा से ज्यादा सैंपलिंग करनी होगी। ऐसे में कोरोना वायरस को बढऩे से रोकने के लिए स्वास्थ्य विभाग अब ज्यादा से ज्यादा सैंपलिंग करवाने जा रहा है। इस बारे में सेहत एवं परिवार कल्याण विभाग की स्पेशल सेक्रेटरी ईशा कालिया ने प्रदेश के सभी सिविल सर्जन को एक पत्र जारी किया है। इसमें निर्देश दिए गए हैं कि हरेक जिले में कोविड-19 की रोकथाम के लिए सैंपल लेने की संख्या में बढ़ोतरी की जाए। इसके तहत हरेक जिले के लिए टारगेट भी निर्धारित किया है। जिसके तहत अमृतसर, जालंधर व लुधियाना के लिए प्रतिदिन 250-250 सैंपल निर्धारित किए गए हैं।
इसके अतिरिक्त मानसा, मुक्तसर, पटियाला, पठानकोट, तरनतारन, बरनाला, फरीदकोट, फाजिल्का, फिरोजपुर, फतेहगढ़ साहिब, होशियारपुर व कपूरथला में 120-120 सैंपल, मोगा में 140, मोहाली व गुरदासपुर में 150-150 सैंपल, एसबीएस नगर में 100 तथा संगरूर व बठिंडा में 200-200 सैंपल लेने का टारगेट दिया गया है। उक्त आदेशों में रैपिड रिस्पांस टीमों की संख्या को भी बढ़ाने के लिए कहा गया है। यह भी कहा गया है कि रैपिड रिस्पांस टीमें व सर्विलांस टीमें प्रोटोकोल के तहत रोजाना 10-10 केस फ्लू कार्नर या कलेक्शन सेंटर पर भेजे। इसके साथ ही फ्लू कार्नर व कलेक्शन सेंटर पर भी सैंपलिंग बढ़ाई जाए। अधिक आबादी वाले इलाकों में पूल सैंपलिंग करने के निर्देश दिए हैं। हालांकि लुधियाना में पहले से ही पूल सैंपलिंग हो रही है। स्पेशल सेक्रेटरी ने यह भी कहा है कि फ्लू कार्नर के सभी स्टाफ को सैंपल कलेक्शन की ट्रेनिंग भी दी जाए।
अब कोरोना मरीजों को रोबोटिक ट्रॉली परोसेगी भोजन
अब सिविल अस्पताल में दाखिल कोरोना मरीजों को रोबोटिक फूड डिस्ट्रीब्यूटर ट्रॉली खाना पहुंचाएगी। यह ट्रॉली खालसा ऐड द्वारा सिविल अस्पताल को डोनेट की है। एसएमओ डॉ. गीता कटारिया ने बताया कि मंगलवार को डीसी ऑफिस से उक्त संस्था रोबोटिक ट्रॉली डोनेट करने पहुंची थी। उन्होंने बताया कि ट्रॉली रिमोट की सहायता से चलेगी जिसके जरिए मरीजों को बेड तक खाना या अन्य सामान पहुंचा सकेंगे। इससे डॉक्टरों व स्टाफ को कोरोना वायरस का खतरा भी कम हो जाएगा। क्योंकि खाना या कोई भी सामान मरीजों तक पहुंचाने के लिए स्टाफ को वार्ड में दाखिल होना पड़ता है। बुधवार से इस रोबोटिक ट्रॉली को कोरोना पेशेंट की सुविधा के लिए चलाया जाएगा।