काल सर्प दोष से भयभीत नहीं होना चाहिए: शून्य प्रभु
सतलुज किनारे स्थित शनिगांव में शून्य प्रभु के सानिध्य में हवन किया गया।
संस, लुधियाना : सतलुज किनारे स्थित शनिगांव में शून्य प्रभु के सानिध्य में हवन किया गया। सर्वप्रथम श्रद्धालुओं ने हवन में आहुति डालीं। प्रवचन करते हुए शून्य प्रभु ने कहा कि आज लोगों में काल सर्प योग का काफी भय है तथा अनेक उपाय करने के बाद भी यह निराशा बनी रहती है कि हमारी किस्मत ठीक नहीं है। उन्होंने कहा कि जब कुंडली में सारे ग्रह राहु, केतु के एक तरफ हों तो कालसर्प दोष बनता है। आजकल 12 तरह के काल सर्प दोष प्रचलित हैं। परंतु प्राचीन ग्रंथों में काल सर्प दोष का जिक्र नहीं है। सबसे पहली बात है कि हमें इस योग से भयभीत नहीं होना चाहिए, क्योंकि बहुत सी चीजें जैसे दशा महादशा गोचर, कुंडली में बाकी ग्रहों की स्थिति आदि बहुत कुछ व्यक्ति को प्रमाणित करता है न कि सिर्फ एक योग। जो लोग इस योग के होने से निराश हैं, उनको बताना चाहता हूं कि राजनेता जैसे जवाहर लाल नेहरु, वल्लभ भाई पटेल, पीवी नरसिम्हा राव, सचिन तेंदुलकर, दिलीप कुमार, कथाकार मुरारी बापू और बहुत से महान लोगों की कुंडली में यह योग देखा गया है। अत: इससे घबराने की कोई आवश्यकता नहीं है। अंत में आए भक्तों ने शनि देव का तेलाभिषेक, माह, गुड़, तिल आदि का चढ़ाकर सुख-शांति की कामना मांगी।
सामाजिक बुराइयों के खिलाफ मुहिम चला रहे हैं मुकेशानंद गिरी
श्री प्रेम धाम आश्रम के प्रमुख महामंडलेश्वर 1008 स्वामी मुकेशानंद गिरी महाराज के जन्मदिन 20 सितबर को कन्या भ्रूण हत्या, दहेज प्रथा, नशा व अन्य सामाजिक बुराइयों को प्रवचनों के माध्यम से खत्म करने का संदेश दिया जाएगा। श्री प्रेम धाम के सेवक नितिन बटाला, नवीन सिगला, हितेश बेदी, राजीव अरोड़ा, राज अग्रवाल, बृजेश कश्यप, संजीव वर्मा, समीर अबरोल ने बैठक को संबोधित करते कहा कि स्वामी धर्म के प्रचार के साथ साथ देश में फैली कुरूतियों के खिलाफ भी अभियान चला रहे हैं। इसके तहत जहां गुरु द्वारा 60 बेटियों को उच्च शिक्षा के लिए गोद लिया है।