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दो हजार पेड़ों का पालनहार बना गुरुद्वारा साहिब

जागरण सरोकार : पर्यावरण संरक्षण -गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा ने दो हजार पेड़ लिए हैं गोद -

By JagranEdited By: Published: Sun, 09 Sep 2018 06:21 PM (IST)Updated: Sun, 09 Sep 2018 06:21 PM (IST)
दो हजार पेड़ों का पालनहार बना गुरुद्वारा साहिब
दो हजार पेड़ों का पालनहार बना गुरुद्वारा साहिब

जागरण सरोकार : पर्यावरण संरक्षण

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-गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा ने दो हजार पेड़ लिए हैं गोद

-आसपास के इलाकों में एक हजार पौधे भी लगा चुकी है गुरुद्वारा कमेटी

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राजेश शर्मा, लुधियाना: पर्यावरण प्रदूषण की समस्या आज एक विकट रूप धारण कर चुकी है। जल, जमीन और हवा तीनों इसकी चपेट में आ चुके हैं। इस समस्या का सिर्फ एक ही उपाय है कि अधिक से अधिक पौधे लगाए जाएं। पौधे सिर्फ लगाए ही न जाएं, बल्कि उनकी समुचित देखभाल की जाए। इस महत्वपूर्ण कार्य को सराभा नगर के गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा की प्रबंधक कमेटी बाखूबी अंजाम दे रही है। कमेटी ने दो हजार पेड़ों को गोद लिया है। गुरुद्वारा कमेटी के पदाधिकारी व अन्य सदस्य इन पेड़ों की देखभाल करते हैं। इसके अलावा आसपास के इलाकों में एक हजार पौधे भी लगा चुके हैं। 20 कर्मचारियों की टीम करती है देखरेख

पंजाब एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी के माहिरों की देखरेख में 20 कर्मचारियों की टीम भी बनी है। यह टीम न पौधों की देखभाल के साथ-साथ इनकी कटाई-छंटाई और दवाई छिड़काव का जिम्मा भी देखती है। प्रबंधन कमेटी के चेयरमैन चरणदीप सिंह बताते हैं कि कर्मचारियों को रेहड़ा, पानी देने वाले यंत्र के साथ-साथ कटाई-छंटाई और दवा छिड़काव के सभी जरूरी यंत्र उपलब्ध करवाए गए हैं। संगत की सहभागिता भी इसमें खूब मिल रही है। जन्मदिवस या सालगिरह मनाने पहुंचने वालों को पौधे की देखभाल की प्रेरणा दी जाती है। पर्यावरण संरक्षण के लिए अन्य गतिविधिया भी

पर्यावरण संरक्षण के प्रति संगत को जागरूक करने के लिए गुरुद्वारा परिसर में पर्यावरण सप्ताह का आयोजन किया जाता है। लंगर में पौधे वितरित किए जाते हैं। पर्यावरण क्विज, साइकलिंग, पेंटिंग व अन्य प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पुरस्कार स्वरूप पौधे ही बाटे जाते हैं। गुरु हरराय महाराज को समर्पित प्रोजेक्ट

गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा 1960 में स्थापित हुआ है। यहा की प्रबंधन कमेटी ने पर्यावरण संरक्षण के लिए 2012 में बलिहारी कुदरत नामक प्रोजेक्ट शुरू किया। निर्णय हुआ गुरु की गोलक का दसवंद यानि दसवां हिस्सा पर्यावरण व समाज भलाई के कार्यो में खर्च किया जाएगा। यह प्रोजेक्ट सातवें पातशाह श्री गुरु हरराय महाराज को समर्पित है। प्रकृति में बसता है रब

प्रकृति में ही रब बसता है। गुरु साहिबानों के इस कथन पर अमल करते हुए गुरुद्वारा कमेटी पर्यावरण संरक्षण के लिए काम कर रही है। इसमें संगत का भी महत्वपूर्ण योगदान होता है। इस क्रम में समय-समय पर फ्लावर शो व साइकिल रैली का भी आयोजन करते हैं।

-चरणदीप सिंह, चेयरमैन,गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा, सराभा नगर। गुरुद्वारा कमेटी की सराहनीय पहल

गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा सराभा नगर की कमेटी ने पौधो को गोद लेकर सराहनीय कार्य किया। सबको पर्यावरण संरक्षण के लिए कार्य करना चाहिए।

-डॉ. राजेंद्र साहिल, असिस्टेंट प्रोफेसर, गुरु हरिगोबिंद खालसा कॉलेज गुरुसर सुधार।


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